प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में एक भव्य समारोह में 7200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में रेल, सड़क, ग्रामीण विकास, मत्स्य पालन और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जो बिहार के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने, परिवहन सुविधाओं को बेहतर बनाने और आर्थिक गतिविधियों को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने मोतिहारी के गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने चार अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिनमें राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार, दरभंगा-लखनऊ (गोमतीनगर) और मालदा टाउन-लखनऊ (गोमतीनगर) शामिल हैं। ये ट्रेनें बिहार को दिल्ली और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों से जोड़कर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स में 283 करोड़ रुपये की लागत से वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए अवसंरचना और 4079 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा-नरकटियागंज (256 किमी) रेलखंड के दोहरीकरण का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही, 585 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर रेलखंड (26 किमी) के दोहरीकरण, 153 करोड़ रुपये से भटनी-छपरा ग्रामीण रेलखंड (114 किमी) में ऑटोमेटिक सिग्नलिंग, 232 करोड़ रुपये से भटनी-छपरा खंड में ट्रैक्शन सिस्टम उन्नयन और 53 करोड़ रुपये से समस्तीपुर-बछवाड़ा रेलखंड (34 किमी) में ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का उद्घाटन किया गया।
सड़क अवसंरचना को मजबूत करने के लिए, प्रधानमंत्री ने एनएच-319 पर आरा बाईपास (असनी से बावनपाली) और परैया (बोधगया) से मोहनिया (कैमूर) तक के हिस्से को चार लेन में बदलने की परियोजना का शिलान्यास किया, जिसकी लागत 820 करोड़ रुपये है। यह परियोजना आरा टाउन को दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाईवे-19 (गोल्डन क्वाड्रिलेटरल) से जोड़ेगी, जिससे माल और यात्री परिवहन में सुधार होगा।
ग्रामीण सशक्तिकरण के क्षेत्र में, प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के तहत 40,000 जरूरतमंद परिवारों के लिए 162 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की, जिससे उनके पक्के मकान का सपना साकार होगा। इस अवसर पर 12,000 लाभार्थियों को उनके नवनिर्मित घरों में गृह प्रवेश भी कराया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत 61,500 स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि जारी की, जो विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी।
सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, दरभंगा में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) सुविधा और पटना में एक इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन किया गया, जो स्टार्टअप्स और IT/ITES निर्यात को बढ़ावा देगा। मत्स्य पालन क्षेत्र में, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली हैचरी, बायोफ्लॉक इकाइयों, सजावटी मछली पालन, एकीकृत जलीय कृषि इकाइयों और मछली चारा मिलों का उद्घाटन किया गया, जो ग्रामीण आजीविका और रोजगार सृजन में योगदान देगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ये परियोजनाएं बिहार के विकास को नई गति प्रदान करेंगी और राज्य को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाएंगी।