केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहकारिता विभाग की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL), नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) और भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL) की प्रगति का जायजा लिया गया। बैठक में सहकारिता मंत्रालय के सचिव और तीनों संस्थाओं के प्रबंध निदेशक उपस्थित रहे।
बैठक में अमित शाह ने NCEL को ₹2 लाख करोड़ के महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य के साथ सहकारी चीनी मिलों से चीनी, त्रिपुरा के सुगंधित चावल, जैविक कपास और मोटे अनाज जैसे उत्पादों के लिए नए वैश्विक अवसर तलाशने का निर्देश दिया। उन्होंने खाड़ी देशों में ताजा सब्जियों और विशेष आलू किस्मों के निर्यात के लिए बड़ी कंपनियों से साझेदारी का सुझाव दिया। साथ ही, तीन ऐसे उत्पादों की पहचान करने को कहा, जिनका भारत से वर्तमान में निर्यात नहीं होता।
अमित शाह ने सभी सहकारी निर्यात NCEL के माध्यम से करने का निर्देश दिया, ताकि ₹20,000-30,000 करोड़ का लाभ सहकारी समितियों को मिले। NCEL ने 2024-25 में ₹4,283 करोड़ का कारोबार और ₹122 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जिसमें 28 देशों में चावल, समुद्री उत्पाद, मसाले और फल-सब्जियों का निर्यात शामिल है। शाह ने दलहन आयात के लिए अफ्रीका और म्यांमार में कार्यालय स्थापित करने और एक डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित करने का भी निर्देश दिया।
NCOL की ‘भारत ऑर्गेनिक्स’ पहल की सराहना करते हुए शाह ने बताया कि इसके उत्पाद Amul और BigBasket के माध्यम से उपलब्ध हैं और जल्द ही Reliance स्टोर्स में मिलेंगे। 2025-26 के लिए ₹300 करोड़ के कारोबार का लक्ष्य रखा गया है। NCOL ने 7,000 से अधिक सहकारी समितियों को जोड़ा और 1,200 मीट्रिक टन जैविक उत्पादों का कारोबार किया। प्रत्येक उत्पाद की कीटनाशक जाँच QR कोड के माध्यम से साझा की जाती है।
BBSSL को बीज क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रोत्साहित करते हुए शाह ने गुजरात के कलोल में अनुसंधान केंद्र को अरहर, उड़द, मक्का और कम पानी वाली गन्ना किस्मों पर काम करने को कहा। उन्होंने लचका चारा और फ्रेंच फ्राइज के लिए आलू बीज उत्पादन पर जोर दिया, जिसे NDDB और Amul नेटवर्क के माध्यम से वितरित किया जाएगा।