मध्यप्रदेश के किसान अब खेती में नई तकनीक और सरकार की योजनाओं का पूरा फायदा उठा रहे हैं। राज्य के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने बताया कि प्रदेश में प्रमाणित बीजों का वितरण बहुत तेजी से हो रहा है, और इसके लिए “साथी पोर्टल” किसानों की बहुत मदद कर रहा है।
प्रमाणित बीज अब आसानी से
कृषि मंत्री ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए किसानों को केंद्र सरकार के तय मानकों के अनुसार अच्छे बीज मिल रहे हैं। इन बीजों को “साथी पोर्टल” के ज़रिए किसानों तक पहुँचाया जा रहा है। इसके लिए बीज प्रमाणीकरण संस्था लगातार निगरानी और प्रमाणन का काम कर रही है, ताकि किसानों को अच्छी फसल मिल सके।
सिंचाई की भी पूरी व्यवस्था
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना भी पूरी तरह सक्रिय है। इसके तहत “ई-कृषि यंत्र पोर्टल” से किसान स्प्रिंकलर, ड्रिप इरिगेशन और पंप सेट जैसे आधुनिक सिंचाई उपकरणों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे पानी की बचत होती है और पैदावार भी बढ़ती है।
इसके अलावा, राज्य सरकार की नलकूप खनन योजना से भी किसानों को फायदा हो रहा है। इस योजना में पात्र किसानों के आवेदन लेकर जल्दी से नलकूप खुदाई और पंप सेट लगाने का काम किया जा रहा है, ताकि सिंचाई के साधन और बढ़ाए जा सकें।
मंडियों में मिल रही सुविधाएं
राज्य सरकार कृषि मंडियों में भी किसानों के लिए जरूरी सुविधाएं दे रही है। अब मंडियों में प्लेटफार्म, सीसी रोड, पीने का पानी, तोल कांटा और कृषक विश्रामगृह जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इससे किसान अपनी फसल आसानी से मंडी तक ला रहे हैं और सही दाम पर बेच पा रहे हैं।
तकनीक और सुविधा दोनों का फायदा
मंत्री कंषाना ने कहा कि सरकार ने डिजिटल तकनीक और भौतिक सुविधाओं का अच्छा मेल करके खेती को आसान और लाभकारी बनाया है। चाहे बीज वितरण हो, सिंचाई साधन हो या मंडी तक की सुविधा, हर जगह किसानों को मदद मिल रही है। सरकार का लक्ष्य है कि किसानों की आमदनी बढ़े और खेती एक फायदेमंद व्यवसाय बने। इस तरह, मध्यप्रदेश में किसानों की मेहनत और सरकार की मदद मिलकर खेती को नई ऊँचाई पर ले जा रही है।