रोजमर्रा के जीवन में अब देश के ज्यादातर लोग यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करने लगे हैं। अगर आप भी किसी भी तरह के पेमेंट के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। अब यूपीआई से पेमेंट करना पहले से भी ज्यादा आसान, तेज और भरोसेमंद हो गया है। हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने इसमें कुछ बड़े अपडेट किए हैं।
अब आपको पेमेंट करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। पहले जहां ट्रांजैक्शन पूरा होने में 30 सेकेंड तक लगते थे, अब यह काम सिर्फ 10 से 15 सेकेंड में हो जाएगा। यही नहीं, मनी ट्रांसफर, बैलेंस चेक और रिफंड जैसी प्रक्रियाएं भी पहले से तीन गुना तेज हो गई हैं। यूपीआई से सामान्य तौर पर एक दिन में 1 लाख रुपये का पेमेंट कर सकते हैं, जबकि पूंजी बाजार, बीमा और रेमिटेंस जैसे विशेष मामलों में 2 लाख रुपये तक पेमेंट किया जा सकता है।
एक और दिलचस्प बात यह है कि अब यूपीआई पर पेमेंट करते समय पता सत्यापन यानी एड्रेस वेरिफिकेशन सिर्फ 10 सेकेंड में पूरा हो जाएगा। पहले इसमें 15 सेकेंड लगते थे। इस बदलाव से यूपीआई पर लेनदेन की गति में 66 प्रतिशत तक इजाफा होगा। इन बदलावों से न सिर्फ लेनदेन की रफ्तार बढ़ेगी, बल्कि पेमेंट फेल होने, पैसे अटकने या रिफंड में देरी जैसी समस्याएं भी काफी हद तक कम हो जाएंगी। अब ट्रांजैक्शन न सिर्फ तेज होंगे बल्कि पहले से ज्यादा सुरक्षित और सहज भी बनेंगे।
हर दिन यूपीआई पर करोड़ों रुपये का लेनदेन होता है। अक्सर ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से पेमेंट अटक जाते थे या देर से पहुंचते थे। लेकिन अब सिस्टम को और तेज और स्मार्ट बनाकर उस दबाव को कम किया गया है। इससे न सिर्फ ट्रांजैक्शन की सफलता दर बढ़ेगी, बल्कि उपयोगकर्ताओं का भरोसा भी और मजबूत होगा।
एनपीसीआई ने एक और नया नियम लागू किया है। अब यूपीआई यूजर्स एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे। अभी तक इस पर कोई सीमा नहीं थी, लेकिन बढ़ते उपयोग और सर्वर लोड को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।