कभी मौसम की मार और कीटों के हमले से परेशान किसान, अब तकनीक की मदद से खेती में सफल हो रहे हैं। ये बदलाव आया है सरकार की एग्रीकल्चर 4.0 योजना से, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और IoT जैसी आधुनिक तकनीकों को खेती से जोड़ा गया है। किसान अब ‘किसान ई-मित्र’ नाम के एक एआई चैटबॉट का इस्तेमाल करते हैं, जो उन्हें उनकी भाषा में खेती से जुड़ी जानकारी देता है।
किसान बताते हैं, “पिछले महीने मेरी मक्का की फसल में कीट लग गया था, मैंने मोबाइल से फोटो खींचकर ऐप पर डाला, तुरंत समाधान मिला और मेरी फसल बच गई।”
देशभर में 400 से ज्यादा कीटों और 61 फसलों की निगरानी के लिए नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम चालू है। अब 10,000 से ज्यादा किसान और कृषि कार्यकर्ता इसका फायदा उठा रहे हैं।
डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत राज्यों को एआई और IoT परियोजनाओं के लिए सहायता मिल रही है। इसके साथ ही मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों को उनकी ज़मीन की उपजाऊ क्षमता समझने में मदद कर रही है।
छोटे किसानों को ‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ योजना के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए 55% तक आर्थिक सहायता दी जा रही है। मंत्री रामनाथ ठाकुर ने यह जानकारी राज्यसभा में साझा की।