सहकारिता क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने रविवार, 6 जुलाई को गुजरात के कच्छ जिले में देश की पहली नमक सहकारी समिति का औपचारिक शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आणंद, गुजरात में आयोजित किया गया था।
अमित शाह ने कहा कि यह समिति सहकारिता आंदोलन के एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंने बताया कि कच्छ जिला नमक सहकारी समिति एक मॉडल सहकारी समिति के रूप में कार्य करेगी, जो पारंपरिक नमक श्रमिकों – अगरियाओं – को संगठित कर उन्हें अमूल जैसे प्रभावशाली सहकारी ढांचे से जोड़ने का काम करेगी।
गृह मंत्री ने कहा कि नमक उत्पादन देश का एकमात्र ऐसा क्षेत्र था जो अब तक सहकारी ढांचे से था, लेकिन अब यह कमी पूरी हो गई है। उन्होंने इस पहल के पीछे प्रमुख प्रेरणाशक्ति रहे हुंबल भाई का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि उनका प्रयास इस समिति की आधारशिला बना।
बता दें कि कच्छ के रण में सदियों से नमक उत्पादन से जुड़ा अगरिया समुदाय अत्यंत कठिन परिस्थितियों में कार्य करता है। समाज के वंचित वर्गों से आने वाला यह समुदाय अब तक बिचौलियों और असंगठित व्यवस्था के कारण अपने श्रम का पूरा मूल्य नहीं पा पाता था। अब सहकारिता मॉडल के अंतर्गत उन्हें उचित पारिश्रमिक, सामाजिक सुरक्षा और एक सम्मानजनक जीवन की दिशा में समर्थन मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि गुजरात देश के कुल नमक उत्पादन का लगभग 71 प्रतिशत योगदान देता है, जिसमें कच्छ की महत्वपूर्ण भूमिका है। गुजरात के बाद राजस्थान (17%) और तमिलनाडु (11%) का स्थान आता है। कच्छ नमक सहकारी समिति के गठन से यह सुनिश्चित होगा कि नमक उत्पादन से जुड़े सभी मजदूरों को संरचित और सामुदायिक नेतृत्व वाली व्यवस्था के माध्यम से न केवल स्थायी आय प्राप्त हो, बल्कि उनकी सामाजिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव आए।