उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भारत का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक (Milk Production) राज्य बनकर सामने आया है। इससे पहले राजस्थान (Rajasthan) दूध उत्पदान में शीर्ष पर था, लेकिन हाल ही में जारी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर काबिज हो गया है। यूपी ने एक साल में 38.78 मिलियन टन दूध उत्पादन का रिकॉर्ड बनाया है। इस हिसाब से प्रदेश में प्रतिदिन 1062.47 लाख लीटर दूध उत्पादित हुआ है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी के सोशल मीडिया पर जारी किए आंकड़ों के अनुसार राज्य में 19.39 मिलियन टन सालाना यानी 531.23 लाख लीटर प्रतिदिन दूध विक्री के लिए सरप्लस रहा है। संगठित क्षेत्र ने 3.35 मिलियन टन सालाना यानी 91.78 लाख लीटर प्रतिदिन के हिसाब से दूध प्रोसेस किया है। इसमें प्रादेशिक कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) ने 7.26 लाख लीटर दूध प्रतिदिन प्रोसेस किया है, जबकि अमूल, मदर डेयरी और दूसरी प्राइवेट कंपनियों ने प्रदिन 84.52 लाख लीटर दूध प्रोसेस किया है।
वहीं, असंगठित क्षेत्र ने 16.04 मिलियन टन सालाना यानी कि 439.45 लाख लीटर प्रतिदिन दूध का प्रबंधन किया है। इसतरह, सरकार की पहल से डेयरी सेक्टर की मजबूती से किसान भी आर्थिक रूप से सक्षम और सशक्त हो रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विजनरी लीडरशिप में प्रदेश ने यह उपलब्धि हासिल की है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए योगी सरकार अब गाय पालने के लिए अनुदान दे रही है।
भारत दूध उत्पादन में पहले स्थान पर है और वैश्विक दूध उत्पादन में 24.76 प्रतिशत का योगदान देता है। वर्तमान में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में डेयरी क्षेत्र का का योगदान पांच प्रतिशत का है और इसमें आठ करोड़ से अधिक किसानों को सीधे रोजगार मिल रहा है, जिनमें से अधिकांश महिलाएं हैं। पिछले 10 वर्षों में दूध उत्पादन 5.62 फीसदी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ रहा है, जो वर्ष 2014-15 के दौरान 146.31 मिलियन टन से बढ़कर वर्ष 2023-24 के दौरान 239.30 मिलियन टन हो गया है। वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 (अनुमानित) के दौरान विश्व दूध उत्पादन में 1.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वर्ष 2023-24 के दौरान भारत में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 471 ग्राम प्रतिदिन रही है। वर्ष 2022-23 के दौरान देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन था और इस दौरान प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 459 ग्राम प्रति दिन थी, जो 2022 में विश्व औसत 323 ग्राम प्रतिदिन से काफी अधिक है। जहां तक दूध की खपत का संबंध है, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के अनुसार वर्ष 2022-23 के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में प्रति व्यक्ति दूध की खपत 164 ग्राम प्रति दिन और शहरी क्षेत्र में प्रति व्यक्ति 190 ग्राम प्रति दिन थी। भारत में वर्ष 2022-23 के दौरान दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता खपत से अधिक थी। भारत का दूध उत्पादन वार्षिक 6 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जबकि इसका वार्षिक वैश्विक वृद्धि दर 2 प्रतिशत ही है।
देश में सबसे ज्यादा दुध उत्पादन करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और पंजाब अग्रणी भूमिका में हैं। ये पांच राज्य ही देश में 50 फीसदी से अधिक दूध का उत्पादन कर रहे हैं, जिसमें अकेला उत्तर प्रदेश 15.7 फीसदी दूध का उत्पादन कर रहा है। यूपी ने वर्ष 2022-23 के वित्त वर्ष में कुल 3.6 करोड़ टन दूध का उत्पादन किया है, जो कि वर्ष 2017-18 के आंकड़ों से 25 फीसदी अधिक है। हाल ही में डेयरी और पशुपालन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में भारत में ऊन, मांस, अंडे और दूध के उत्पादन में वृद्धि दर्ज हुई है।
देश के दूसरे सबसे बड़े दूध उत्पादक राज्य के रूप में राजस्थान कुल 14.44 फीसदी दूध का उत्पादन करता है। वहीं, तीसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश है, जो 8.73 फीसदी दूध का उत्पादन करता है। देश का चौथा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य गुजरात 7.49 फीसदी दूध उत्पादक राज्य है। देश का शीर्ष पांचवा दूध उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश है, जो 6.7 फीसदी दूध का उत्पादन करता है। ध्यान देने योग्य तथ्य यह भी है कि भारत में अमूल सबसे बड़ी दूध उत्पादन करने वाला संगठन है। इसके बाद मदर डेयरी, केरला को-ऑपरेटिव, दूधशागर डेयरी, नंदिनी, पराग मिल्क, श्रेइबर डायनामिक्स मिल्क कंपनी, तमिलनाडु को-ऑपरेटिव, क्रीमलाइन डेयरी, तेलंगाना स्टेट डेयरी डेवलपमेंट को-ऑपरेटिव आती हैं।