केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार में सहकारिता को सशक्त बनाने वाली विभिन्न परियोजनाओं सहित केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की 800 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस मौके पर शाह ने बिहार की बंद पड़ी 30 चीनी मिलों को शुरू करने का वादा किया। साथ ही कहा कि बिहार में पैक्स के माध्यम से जिला सहकारी बैंकों को मजबूत बनाने की योजना लाई जाएगी।
अमित शाह रविवार को पटना दौरे पर थे जहां उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में कृषि और सहकारिता के विकास की बहुत संभावनाएं हैं जिनका शत प्रतिशत दोहन किया जाएगा। शाह ने कहा कि विपक्षी सरकारों के शासनकाल में बिहार में सहकारिता पूरी तरह से चौपट हो गई जिसकी वजह से सैकड़ों चीनी मिलें बंद हो गई। एक जमाने में बिहार का चीनी उत्पादन देश के चीनी उत्पादन का 30 प्रतिशत से अधिक था जो घटकर 6 प्रतिशत से भी कम रह गया। मोदी सरकार बिहार में बंद पड़ी 30 चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने का काम करेगी। चीनी मिलों को शुरू करने में मोदी सरकार अपनी पूरी ऊर्जा लगा देगी।
उन्होंने कहा कि कृषि के लिए उपजाऊ भूमि, पर्याप्त जल संसाधन एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बिहार को सहकारिता क्षेत्र का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। पैक्स को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ करार देते हुए उन्होंने कहा कि अब PACS सस्ती दवाइयों की दुकानों के रूप में कार्य कर रहे हैं, पेट्रोल पंप चला रहे हैं और उन्हें गैस एजेंसियां भी आवंटित की जा रही हैं। PACS का कम्प्यूटरीकरण हो चुका है। सहकारिता मंत्रालय पूरे बिहार में PACS के माध्यम से जिला बैंकों को मजबूत करने की योजना लेकर आ रही है।
इस दौरान उन्होंने बिहार में सहकारिता क्षेत्र की कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना के तहत 62,500 टन भंडारण क्षमता वाले 25 पैक्स गोदामों का शिलान्यास शामिल है जिससे कृषि उपज के सुरक्षित भंडारण को बढ़ावा मिलेगा। इस पर 83.16 करोड़ रुपये की लागत आएगी। 27.29 करोड़ रुपये की लागत से दीप नारायण सिंह क्षेत्रीय सहकारी प्रबंध संस्थान, पटना में नवनिर्मित छात्रावास भवन का लोकार्पण किया गया जो सहकारी प्रबंधन की शिक्षा और प्रशिक्षण को सुदृढ़ करेगा। समेकित सहकारी विकास परियोजना के अंतर्गत एक मखाना प्रोसेसिंग सेंटर सह थोक/खुदरा विक्रय स्टॉल एवं 11 नए गोदामों का लोकार्पण किया गया जिससे मखाना उत्पादन और मार्केटिंग को नई दिशा मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में नए वेब पोर्टल का लोकार्पण भी किया गया जो सहकारी संगठनों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में सहायक होगा।
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार भी मौजूद थे। प्रेम कुमार ने हर जिलों में पैक्स केन्द्रों को विस्तार करने की घोषणा की जिससे ग्रामीण किसानों को अधिक सुविधाए मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हर पैक्स में जन औषिधि केंद्र खोले जाएंगे ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती और गुणवत्ता पूर्ण दवाइयां मिल सकें।