मशहूर फिल्ममेकर श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। मुंबई के लीलावती अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्हें 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2005 में भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड भी दिया गया। उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों ने दुख जताया है।
आठ बार नेशनल अवॉर्ड जीतकर रिकॉर्ड बनाने वाले बेहतरीन निर्माता-निर्देशक और पटकथा लेखक श्याम बेनेगल ने सोमवार शाम को 90 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। आज मुंबई के शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में दोपहर 2 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को बेहतरीन कलाकार दिए जिनमें नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, अमरीश पुरी, अनंत नाग, शबाना आजमी, स्मिता पाटिल और सिनेमेटोग्राफर गोविंद निहलानी प्रमुख हैं।
1970 और 1980 के दशक में ‘अंकुर’, ‘निशांत’ और ‘मंथन’ जैसी फिल्मों के जरिये भारतीय सिनेमा में समानांतर सिनेमा की शुरुआत करने का उन्हें श्रेय दिया जाता है। जवाहरलाल नेहरू और सत्यजीत रे पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के अलावा उन्होंने दूरदर्शन के लिए धारावाहिक ‘यात्रा’, ‘कथा सागर’ और ‘भारत एक खोज’ का भी निर्देशन किया था। फिल्म जगत को दिए योगदान के लिए उन्हें 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया।
टीवी और सिनेमा के गौरवशाली अध्याय का अंतः राष्ट्रपति मुर्मू
उनके निधन पर शोक जताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘श्याम बेनेगल का निधन भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के एक गौरवशाली अध्याय का अंत है। उन्होंने एक नए तरह का सिनेमा शुरू किया और कई क्लासिक फिल्में तैयार की। उन्होंने कई अभिनेताओं और कलाकारों को तैयार किया। उनके असाधारण योगदान को दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण सहित कई पुरस्कारों के रूप में मान्यता मिली। उनके परिवार के सदस्यों और उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘श्री श्याम बेनेगल जी के निधन पर गहरा दुख हुआ, जिनकी कहानी कहने का भारतीय सिनेमा पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनके कार्यों की विभिन्न क्षेत्रों के लोगों द्वारा प्रशंसा की जाती रहेगी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ॐ शांति।’
जुबैदा, दि मेकिंग ऑफ दि महात्मा, नेताजी सुभाष चंद्र बोसः द फॉरगोटन हीरो, मंडी, आरोहन, वेलकम टू सज्जनपुर जैसी कई बेहतरीन फिल्में बनाने वाले बेनेगल अपनी फिल्मों के जरिये हमेशा अमर रहेंगे।