शुभमन गिल की अगुआई वाली भारतीय टीम को एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज में बराबरी के लिए मेजबान इंग्लैंड से चौथा टेस्ट मैच जीतना जरूरी है। बुधवार से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में चौथा टेस्ट मैच शुरू हो रहा है। भारत अभी सीरीज में 1-2 से पीछे है और अपने तेज गेंदबाजों की चोटों से परेशान है। आकाश दीप, अर्शदीप सिंह और नीतिश कुमार रेड्डी के चौथे टेस्ट से बाहर रहने से भारत के लिए पिच के मिजाज के मुताबिक सही एकादश चुनना मैनचेस्टर टेस्ट में सबसे बड़ी चुनौती है। भारत ने अब तक ओल्ड ट्रेफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ 90 बरस में नौ टेस्ट खेले हैं जिनमें एक में भी जीत नहीं मिली है। ऐसे में भारत बर्मिंघम के दूसरे टेस्ट में मिली बड़ी जीत से प्रेरणा ले ट्रेंट ब्रिज में जीत दर्ज कर नया इतिहास रचने उतरेगा।
भारत को अंतिम एकादश चुनने के लिए जरूर माथापच्ची करनी पड़ेगी। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में अंशुल काम्बोज और प्रसिद्ध कृष्णा में से किसी एक के चौथे टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में शामिल होने की उम्मीद है। शुरू के दो टेस्ट में खेलने वाले प्रसिद्ध कृष्णा जितने महंगे साबित हुए उसके मद्देनजर भारत नवोदित तेज गेंदबाज अंशुल काम्बोज को अपने टेस्ट करियर का आगाज करने का मौका दे सकता है। अंशुल काम्बोज एक तरह से आकाश दीप की तरह के ही गेंदबाज हैं। उनकी गेंद पिच होने के बाद तेजी से मूव करती है। नीतिश रेड्डी की जगह भारत पहले टेस्ट में खेलने वाले बॉलिंग ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर की ओर रुख कर सकता है। मौजूदा टेस्ट सीरीज में अच्छे आगाज को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहने वाले करुण नायर को बाहर कर साई सुदर्शन को उनकी जगह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतार सकता है। पहले टेस्ट में सुदर्शन को शामिल किया गया था लेकिन अगले दो टेस्ट से वह बाहर कर दिए गए।
भारत के लिए मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो शतक सहित रन बनाने में तीसरे स्थान पर चल रहे केएल राहुल को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 9000 रन पूरे करने के लिए मात्र 60 रन और बनाने हैं। बहुत उम्मीद है कि वह मैनचेस्टर में यह मुकाम हासिल कर सकते हैं। केएल राहुल के सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल लीडस में सीरीज के पहले टेस्ट में शतक जड़ने के बाद बड़ी पारी खेलने के लिए जूझ रहे हैं। भारत को बड़ा स्कोर खड़ा करना है तो यशस्वी को केएल राहु़ल के मिल कर भारत को मजबूत शुरुआत देनी होगी। यशस्वी को जोश के साथ होश भी दिखाना होगा। भारत शुरू के तीन टेस्ट में बढ़िया आगाज का लाभ गंवाता रहा है।
अंशुल काम्बोज निचले क्रम में बल्ले से खासे कारगर हो सकते हैं। ऐसे में लगातार चौथे टेस्ट में बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव के लिए अंतिम एकादश में कोई जगह बनती नहीं दिखाई देती है। दरअसल, ओल्ड ट्रेफर्ड में पांच दिन के इस टेस्ट में चार दिन मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। चौथे दिन को छोड़ कर मौसम विभाग ने बाकी दिन बारिश की आशंका जताई है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में आखिरी टेस्ट 2014 में खेला था। तब इंग्लैंड ने एक पारी और 54 रन से जीत हासिल की थी। इससे पहले 1990 में यहां हुए टेस्ट मैच में भारत ने सचिन तेंडुलकर द्वारा दूसरी पारी में लगाए शतक की बदौलत टेस्ट ड्रॉ कराया था। कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत को सचिन तेंडुलकर की 1990 की शतकीय पारी से प्रेरणा लेकर ही ट्रेंट ब्रिज में उतरना चाहिए।
मौजूदा सीरीज के तीन टेस्ट में एक दोहरे शतक और दो शतक सहित शुभमन गिल (कुल 607 रन) रन बनाने में पहले और दो शतक एवं दो अर्द्धशतक सहित उपकप्तान ऋषभ पंत (कुल 425 रन) दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। इसी तरह भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज तीन टेस्ट में 13 विकेट ले पहले और दो टेस्ट खेलने वाले जसप्रीत बुमराह 12 विकेट चटका दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। बावजूद इसके, भारत का मेजबान इंग्लैंड से सीरीज में पिछड़ना यह बता रहा है कि वह आखिरी और नाजुक क्षणों में बौखला जाता है। भारत के लिए निराशा के बीच आशा की किरण यह है कि जसप्रीत बुमराह चौथे टेस्ट में भी मोहम्मद सिराज के साथ तेज आक्रमण की अगुआई करेंगे। साथ ही
उपकप्तान विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का पूरी तरह फिट होना भारत के लिए अच्छी खबर है। अंतिम एकादश में यदि साई सुदर्शन को शामिल किया जाता है तो फिर वाशिंगटन सुंदर को टीम से बाहर रखना होगा।
लॉडर्स में इंग्लैंड टीम में रफ्तार के सौदागर जोफ्रा आर्चर की वापसी से उसकी गेंदबाजी में अतिरिक्त धार आ आ गई है। भारत के बल्लेबाजों को मौजूदा टेस्ट सीरीज में 11 विकेट लेने वाले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और नौ विकेट चटकाने वाले कार्स से चौकस रहना होगा। इंग्लैंड ने मौजूदा टेस्ट सीरीज में दस विकेट चटकाने वाले ऑफ स्पिनर शोएब बशीर की जगह बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डासन को शामिल किया है। बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ तीसरे तेज गेंदबाज, चाहे वह प्रसिद्ध कृष्णा हो या अंशुल काम्बोज, इंग्लैड के डकेट, जो रूट, ऑली पॉप, विकेटकीपर स्मिथ और हैरी ब्रुक जैसे बल्लेबाजों को सस्ते में आउट कर पैवेलियन लौटाना होगा।