महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। यह हादसा पचोरा कस्बे के निकट परांदा रेलवे स्टेशन के पास हुआ। हादसा उस समय हुआ जब लखनऊ से मुबंई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह से किसी यात्री ने चेन पुलिंग कर दी। इससे दहशत का माहौल बन गया और यात्री ट्रेन से पटरी पर कूदने लगे। सामने से कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आ रही थी जिसकी चपेट में यात्री आ गए। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस सहित कई नेताओं ने दुख जताया है।
महाराष्ट्र सरकार ने मृतक के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और रेल मंत्रालय ने 1.5-1.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह हादसा बुधवार की शाम करीब 5 बजे हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस के यात्रियों ने पहिये से धुंआ निकलता देखा जिससे उन्हें लगा कि ट्रेन में आग लग गई है। इससे यात्री घबरा गए और चेन पुलिंग कर दी। इसके बाद यात्री जान बचाने के लिए सामने की पटरी पर कूदने लगे। मगर उन्हें कहां मालूम था कि मौत तो सामने से आ रही है। दूसरी तरफ से बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली कर्नाटक संपर्क क्रांति आ रही थी जिसकी चपेट में ये यात्री आ गए।
इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा- मैं महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं। मैं अपनी ओर से मृतकों और घायल यात्रियों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा- राज्य सरकार घायलों का पूरा खर्च उठाएगी। मैं ईश्वर से सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
रेलवे ने 13 मृतकों की पुष्टि करते हुए स्पष्ट किया है कि ट्रेन में चिंगारी “हॉट एक्सल” या “ब्रेक बाइंडिंग” के कारण निकली थी। आग लगने की कोई घटना घटी ही नहीं थी। इस घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
मृतकों के परिवारों को महाराष्ट्र सरकार ने 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। जबकि रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिवारों के लिए 1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50,000 रुपये और मामूली चोटों के लिए 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।