Trending News

 मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल पीस प्राइज, वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता हैं मारिया, लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए नोबेल पुरस्कार         तिरुपति में सहकारिता क्षेत्र की मजबूती पर राष्ट्रीय कार्यशाला, पैक्स, डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के गठन और सुदृढ़ीकरण पर जोर         गाजा में लागू हुआ युद्धविराम, इजरायली कैबिनेट ने ट्रंप के पीस प्लान पर लगाई मुहर, 72 घंटे के अंदर सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा         PM मोदी ने ट्रंप और नेतन्याहू से 'गाजा पीस प्लान' पर की बात, नेतन्याहू को बताया मजबूत नेता, कहा- किसी भी रूप में कहीं भी स्वीकार्य नहीं है आतंकवाद         ब्रिटिश प्रधानमंत्री और PM मोदी की बैठक में हुआ ट्रेड समझौता, PM मोदी बोले- दोनों देशों के बीच आसान होगा कारोबार, युवाओं को मिलेगा रोजगार, PM स्टार्मर बोले- भारत में कैंपस खोलेंगी ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी         देशभर में कफ-सिरप बनाने वाली कंपनियों की जांच करेगी सरकार, राज्यों से मांगी लिस्ट, 3 सिरप कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश-टीआर और रिलाइफ की बिक्री और प्रोडक्शन पर भी रोक, MP में अब तक 25 बच्चों की मौत       

संसद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, विवादों और गहमागहमी से भरा रहा शीत सत्र

शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कुल 20 और राज्यसभा की 19 बैठकें आयोजित की गईं। दोनों सदनों में कुल मिलाकर लगभग 105 घंटे की कार्यवाही हुई।

Published: 09:00am, 21 Dec 2024

संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चतकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ था। गया है। शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कुल 20 और राज्यसभा की 19 बैठकें आयोजित की गईं। दोनों सदनों में कुल मिलाकर लगभग 105 घंटे की कार्यवाही हुई।

सत्र में सरकार ने कुल 16-17 विधेयक सूचीबद्ध किए थे जिसमें लोकसभा में केवल 5 विधेयक प्रस्तुत किए गए। इनमें से 4 को पारित किया गया है। संसद में सबसे चर्चित विधेयक ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ विधेयक रहा। इसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को भेज दिया गया। इस समिति में लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 12 सदस्य शामिल किए गए हैं। इसके अतिरिक्त लोकसभा में संविधान पर 15 घंटे 43 मिनट तक गहन चर्चा हुई थी जिसमें कुल 62 सदस्यों ने भाग लिया।

शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनाव बना रहा। सत्र की शुरुआत अडाणी मुद्दे पर हंगामे से हुई थी। इसके बाद विपक्ष ने किसानों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। सत्र में अंबेडकर से जुड़े विषय पर भी तीखी बहस हुई।

गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी करते हुए कहा, “जितना नाम अंबेडकर का जपा जाता है, यदि उतना नाम भगवान के लिए जपा जाए, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल सकता है।” इस बयान को लेकर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई और संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

हंगामे के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि नारेबाजी ने धक्का-मुक्की का रूप ले लिया। इस दौरान दो भाजपा सांसद घायल हो गए। भाजपा ने इसके लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। सत्र के दौरान विवादों और गहमागहमी के बीच संसद का यह शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया।

YuvaSahakar Team

0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x