देश और दुनिया की सबसे बड़ी फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव इफको के बोर्ड और प्रबंधन में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। कीर्तिकुमार जे पटेल के एमडी बनने के बाद किसानों की इस बड़ी कोऑपरेटिव को अब पूर्व एमडी डॉ. उदय शंकर अवस्थी की छाया से निकालने की तैयारी की जा रही है। डॉ. अवस्थी 32 साल तक इसके एमडी रहे और उन्हीं के नेतृत्व में इसने दुनिया की नंबर एक कोऑपरेटिव का तमगा हासिल किया। सूत्रों ने युवा सहकार को बताया कि इसी महीने फेरबदल संभव है।
केजे पटेल को जिस दिन एमडी बनाने की औपचारिक घोषणा इफको के चेरयमैन दिलीप संघाणी ने की थी, उसी दिन उन्होंने साफ कह दिया था कि सेवा विस्तार वाले कर्मचारियों, अधिकारियों और डायरेक्टर्स को अगला सेवा विस्तार नहीं दिया जाएगा। अगर उनकी सेवा की कभी जरूरत पड़ेगी तो ली जाएगी। उसी समय से ही फेरबदल की संभावना जताई जाने लगी थी। इफको बोर्ड के अलावा दिल्ली स्थित मुख्यालय में लंबे अरसे से कार्यरत बड़े अधिकारियों, जिनमें जीएम लेवल के अधिकारी भी शामिल हैं, के साथ-साथ नीचे लेवल के अधिकारियों और कर्मचारियों का भी ट्रांसफर किया जा रहा है।
इसके अलावा, इफको अब खर्चों को भी व्यावहारिक बनाने की योजना पर काम कर रहा है। खासकर, प्रचार-प्रसार के लिए विज्ञापन आदि के मद में जो खर्च किए जा रहे हैं, उस पर अंकुश लगाया जाएगा। डॉ. अवस्थी के समय इफको के कर्मचारियों को हर साल भारी भरकम बोनस भी मिलता रहा है। इसमें फेस्टिव बोनस, प्रोडक्शन बोनस सहित अन्य तरह के बोनस शामिल होते थे। इसे भी अब व्यावहारिक बनाया जाएगा। खर्च को व्यावहारिक बनाए जाने से इफको के मुनाफे में वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे सदस्यों को ज्यादा डिविडेंड मिलेगा।