सहकारी संस्थाओं के शीर्ष निकाय भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के निदेशकों के चुनाव को लेकर मंगलवार को एनसीयूआई बोर्ड की बैठक होने वाली है। एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघाणी की अध्यक्षता में होने वाली बोर्ड बैठक में चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी और एक प्रस्ताव पास किया जाएगा। इस प्रस्ताव को सहकारी चुनाव प्राधिकरण (सीईए) के पास भेजा जाएगा। उसके बाद सीईए चुनाव के कार्यक्रम और तारीख की घोषणा करेगा।
देशभर की सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि एनसीयूआई के बोर्ड में शामिल होते हैं। मौजूदा बोर्ड सदस्यों का चुनाव 2021 में किया गया था जिसका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। हालांकि, बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो जाने से पहले ही चुनाव हो जाना चाहिए, लेकिन विभिन्न कारणों से अभी तक चुनाव नहीं हो पाया है। 2021 में दिलीप संघाणी को पहली बार बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया था। बाद में 2022 में संघाणी को दुनिया की सबसे बड़ी कोऑपरेटिव इफको का भी अध्यक्ष चुना गया।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ देश में सहकारी आंदोलन का प्रतिनिधित्व करने वाला एक शीर्ष संगठन है। इसकी स्थापना 1929 में अखिल भारतीय सहकारी संस्थान संघ के रूप में हुई थी। भारतीय प्रांतीय सहकारी बैंक संघ के अखिल भारतीय सहकारी संस्थान संघ के साथ विलय के माध्यम से इसे भारतीय सहकारी संघ के रूप में पुनर्गठित किया गया। बाद में 1961 में इसे भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के रूप में पुनर्गठित किया गया। तब से एनसीयूआई देश में सहकारी आंदोलन के पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य कर रहा है। सहकारी आंदोलन को प्रभावित करने वाले उभरते मुद्दों के समाधान के लिए इसने अपनी गतिविधियों और कार्यक्रमों में विविधता अपनाई है।