सहकारी क्षेत्र में पारदर्शिता और समयबद्ध चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सहकारी चुनाव प्राधिकरण (CEA) ने महत्वपूर्ण पहल की है। CEA ने 315 सहकारी समितियों, जिनका बोर्ड कार्यकाल 31 मार्च 2026 तक समाप्त होगा, से चुनाव प्रस्ताव जमा करने का आग्रह किया है। प्राधिकरण के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह ने नई दिल्ली के विश्व व्यापार केंद्र में यह निर्णय लिया। नियमों के तहत, बोर्ड कार्यकाल समाप्त होने से छह महीने पहले सूचना देना अनिवार्य है।
CEA ने अब तक 113 बहु-राज्य सहकारी समितियों के निदेशक मंडल और पदाधिकारियों के चुनाव सफलतापूर्वक कराए हैं। मार्च 2025 में 13 समितियों में चुनाव हुए, जहाँ सभी निदेशक निर्विरोध चुने गए। इनमें श्री बीरेश्वर कोआपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी (बेलागावी), अपना एग्रो MSCS (विशाखापट्नम) और डेवलपमेंट कोआपरेटिव सोसाइटी (थ्रिस्सूर) जैसी प्रमुख समितियाँ शामिल हैं।
सहकारिता मंत्रालय भी सहकारी आंदोलन को सशक्त करने के लिए सक्रिय है, जो सहकारी मॉडल को बढ़ावा देने के साथ-साथ सदस्यों और अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। CEA ने 146 चुनाव कार्यक्रम जारी किए और 100 से अधिक चुनाव पूरे किए, जिससे सहकारी क्षेत्र में लोकतंत्र और जवाबदेही को बल मिला है। हालांकि, उर्वरक सहकारी संस्था कृभको के चुनाव परिणाम अभी घोषित नहीं हुए हैं।
यह कदम सहकारी क्षेत्र में पारदर्शिता और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है