कौशल विकास परियोजना के तहत ‘हरियाणा में कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं का सशक्तिकरण- आईजीएल की एक सीएसआर पहल’ में 330 युवाओं का कौशल प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। रेवाड़ी स्थित एनवाईसीएस-कोविडा कौशल विकास केंद्र में आयोजित एक समारोह में इन युवाओं को प्रमाण-पत्र सौंपा गया।
आईजीएल के सहयोग से नेशनल युवा कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (एनवाईसीएस) द्वारा चलाए जा रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में युवाओं को एफटीसीपी फील्ड तकनीशियन कंप्यूटिंग और पेरिफेरल्स, डीटीएच- सेट टॉप बॉक्स इंस्टॉलेशन और सर्विस टेकनीशियन और सिटी गैस पाइप फिटर कोर्स के प्रशिक्षण दिए गए। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से युवाओं का सफलतापूर्वक कौशल विकास किया गया। प्रशिक्षण प्राप्त ये युवा अब रोजगार या स्वरोजगार योग्य हो गए हैं। इन युवाओं को 15 जनवरी को कौशल प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र दिया गया।
इस समारोह में एनवाईसीएस की ओर से परियोजना की मुख्य विशेषताओं और प्रमुख उपलब्धियों के साथ परियोजना के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। एनवाईसीएस के महाप्रबंधक अभिषेक कुमार ने अपने विचार साझा करते हुए प्रशिक्षित युवाओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कौशल विकास कार्यक्रम में अपने 15 वर्षों के अनुभव को साझा किया। इन युवाओं को नई दिशा में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि कौशल से सशक्त युवा ही विकसित भारत का भविष्य बनेंगे। इस मौके पर भाजपा की जिला अध्यक्ष वंदना पोपली ने युवाओं के साथ अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवा अपने कौशल में सुधार कर सकते हैं। कौशल विकास से लैस युवा नौकरी करने की बजाय खुद नौकरी देने वाले बन सकते हैं।
प्रमाण-पत्र वितरण समारोह के दौरान आईजीएल के सीएसआर प्रमुख पीआर राजेश, एमसी सचिव नरेंद्र यादव, मॉर्लिंग ग्लोबल के निदेशक बिनीत कुमार ने भी अपने विचार साझा किए।