सहकारिता के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने सहकार मित्र इंटरर्नशिप योजना शुरू की है। इसके माध्यम से सहकारिता क्षेत्र के स्टार्टअप और किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) सहित विभिन्न क्षेत्रों के बारे में युवाओं की जानकारी को बेहतर किया जाएगा। एनसीडीसी द्वारा शुरू की गई इस योजना के माध्यम से सहकारिता क्षेत्र में युवाओं के अधिक से अधिक शामिल करने पर जोर दिया जाएगा। सहकार मित्र इंटर्नशिप योजना में युवाओं को सफल सहकारी संगठनों की गतिविधियां, संचालन और प्रबंधकीय व्यवस्था आदि की जानकारी दी जाएगी।
सहकारिता मॉडल के संचलन को नजदीक से समझने से युवाओं की सहकारिता के प्रति समझ गहरी होगी। एनसीडीसी का मानना है कि केवल सहकारी शिक्षा ही नहीं सहकारिता में युवाओं की दखलदांजी को बढ़ाने के लिए प्रायोगिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना होगा। सहकार मित्र इंटरर्नशिप योजना की जानकारी केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दी। इस पहल का उद्देश्य सहकारिता में एनसीडीसी की भूमिका, सहकारी व्यापार मॉडल और किसान उत्पादक संगठनों के बारे में युवाओं की समझ को बेहतर करना है।
यह योजना कृषि, डेयरी, पशुपालन, पशु चिकित्सा विज्ञान, मत्स्य पालन, बागवानी, कपड़ा, हथकरघा और आईटी जैसे क्षेत्रों में स्नातक पास युवा इसके लिए मान्य होगें। इसके अतिरिक्त कृषि व्यवसाय, सहकारी प्रब्रंधन, एमकॉम, एमसीए, वित्त, ग्रामीण विकास परियोजना प्रबंधन या संबंधित विषयों में एमबीए करने वालों युवा इसके लिए पात्र उम्मीदवार होगें। इंटर आईसीएआई या इंटर आईसीडब्ल्यूए योग्यता वाले छात्र भी सहकार मित्र इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते कि उन्हें उनके संस्थानों द्वारा अनुशंसित किया गया हो। इंटरर्नशिप के लिए छात्रों का चयन संस्थानों द्वारा छात्रों के नाम की सिफारिश या रिकमेंडेशन या बायोडाटा के आधार पर किया जाएगा।
सहकार मित्र योजना के माध्यम से प्रशिक्षुओं को एनसीडीसी के संचालन का व्यावहारिक अनुभव भी मिलेगा। साथ ही उन्हें व्यवसाय नियोजन और परियोजना विकास में सहकारी समितियों की सहायता भी दी जाएगी। यह कार्यक्रम युवा पेशेवरों को एफपीओ में उद्यमशीलता और नेतृत्व की भूमिकाएँ तलाशने और स्टार्ट-अप सहकारी समितियों के विकास का समर्थन करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा। किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और इसके संचालन की जानकारी देने के माध्यम से युवाओं को किसान उत्पादक संगठन बनाने का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।
यह योजना एनसीडीसी की व्यापक सहकारी विकास पहलों का हिस्सा है, जो कृषि प्रसंस्करण, भंडारण, कोल्ड चेन, कपड़ा, डेयरी, मत्स्य पालन, पशुधन, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रामीण आवास और स्वास्थ्य सेवा सहित कई क्षेत्रों में फैली हुई है। युवाओं द्वारा संचालित नवाचार को सहकारी ढांचे में एकीकृत करके, कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे भारत में सहकारी समितियों के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को बढ़ाना है।