डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली है। उनके साथ उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी शपथ ली। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित हजारों गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। भारत के प्रतिनिधि के रूप में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने समारोह में शिरकत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है। दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति बनते ही ट्रंप ने अपने सख्त तेवर दुनिया को दिखाए और कई कड़े कदम उठाने की घोषणा की। उनके इस रुख से दुनिया में हलचल मच गई है। उनके सबसे बड़े फैसलों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सदस्यता छोड़ना, थर्ड जेंडर को नामंजूर करना और इमिग्रेशन पर सख्ती बरतना शामिल है। साथ ही उन्होंने ब्रिक्स देशों को भी धमकी दी है।
ट्रंप को शुभकामना देते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर बधाई! मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूं। आने वाले सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं!”
डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेते ही पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के 78 फैसलों को पलट दिया है। साथ ही कई ऐसे कदम उठाने की घोषणा की है जिससे दुनिया में हलचल मच गई है। जानें उनके 10 बड़े फैसलेः-
- WHO की सदस्यता छोड़ने की घोषणा – ट्रंप ने अमेरिका की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सदस्यता छोड़ने की घोषणा की है। इसका मतलब यह है कि WHO को अमेरिका से मिलने वाली फंडिंग अब पूरी तरह से बंद हो जाएगी। अभी तक अमेरिका इस वैश्विक संगठन को सबसे ज्यादा फंडिंग करता था। उनके इस फैसले का असर दुनियाभर पर पड़ेगा।
- फ्री स्पीच की पैरवी – ट्रंप ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता यानि फ्री स्पीच की पैरवी की है। इसके लिए उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया। इस कार्यकारी आदेश का उद्देश्य फेडरल सरकार द्वारा अमेरिकी लोगों पर सेंसरशिप को तुरंत समाप्त करना है।
- ब्रिक्स देशों को धमकी – ट्रंप के भाषण का तीसरा और तीखा वार ब्रिक्स देशों पर था। इस भाषण में ब्रिक्स देशों को अमेरिका विरोधी नीतियां लाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई। ब्रिक्स के सदस्यों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे बड़े देश शामिल हैं।
- थर्ड जेंडर की मान्यता समाप्त – ट्रंप ने अमेरिका में थर्ड जेंडर की मान्यता समाप्त करने का फैसला लिया है। अब अमेरिका में केवल दो जेंडर स्त्री और पुरुष ही मान्य होंगे। इससे थर्ड जेंडर को मिलने वाली सुविधाएं खत्म हो जाएंगी।
- टिकटॉक को जीवनदान – ट्रंप ने अमेरिका की नीतियों का पालन करने के लिए चीन के डिजिटल प्लेटफॉर्म टिकटॉक को 75 दिन का समय दिया है। इस फैसले से अमेरिका-चीन के रिश्तों में सुधार होने की संभावना है।
- रूस-यूक्रेन शांति समझौता – अमेरिका के नए राष्ट्रपति ने रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते को लेकर भी पहल की है। इस पहल से दोनों के बीच 2 वर्षों से छिड़ी जंग समाप्त हो सकती है।
- ग्रीनलैंड पर रणनीतिक दांव – ग्रीनलैंड को अमेरिका के लिए एक रणनीतिक आवश्यकता बताते हुए ट्रंप ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड जरूरी है। उन्हें यकीन है कि डेनमार्क भी इस विचार को समर्थन देगा। हालांकि, यह कदम यूरोप और अमेरिका के बीच तनाव को बढ़ा सकता है।
- कनाडा-मेक्सिको से आयात पर शुल्क – ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इस फैसले के बाद इन दोनों देशों से संबंध खराब होने की आशंका है।
- 6 जनवरी के दोषियों को माफी – ट्रंप ने 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल हिल पर हुई हिंसा के दोषियों को माफी देने की घोषणा की है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के 1500 समर्थकों के खिलाफ चल रहे मुकदमों को समाप्त कर दिया। पिछली बार ट्रंप की हार के बाद उनके इन समर्थकों ने अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पर चढ़ाई कर दी थी।
- मैक्सिको सीमा पर आपातकाल – ट्रंप ने मेक्सिको सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। इस कदम का उद्देश्य अवैध घुसपैठ को रोकना है। इस फैसले से अमेरिका में अवैध प्रवासियों के प्रवेश पर लगाम लगेगी।