सहकारी शिक्षा और प्रबंधन के क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहा सहकारी प्रबंधन संस्थान वैमनीकॉम (वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान) ने ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की बैंकिंग क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने के लिए एक अहम साझेदारी पर हस्ताक्षर किए हैं। सिंजेंटा फाउंडेशन के साथ हुई इस साझेदारी के तहत संस्थान ने ‘भारत बैंकर’ नाम का एक कैंपेन शुरू किया है। इस कैंपेन की औपचारिक घोषणा और सिजेंटा फाउंडेशन के साथ साझेदारी जैसे महत्वपूर्ण फैसले संस्थान के 58वें स्थापना दिवस पर लिए गए।
इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए सहकारिता के माध्यम से रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है। इसके तहत सिजेंटा फाउंडेशन के साथ मिलकर वैमनीकॉम बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई) जैसे क्षेत्रों के कौशल और जरूरी जानकारी के लिए ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षित करेगा। इस साझेदारी से ग्रामीण क्षेत्र की सहकारी ऋण समितियों को भी मजबूत करने का लक्ष्य रखा गया है। सिंजेंटा फाउंडेशन के राजेंद जोग ने बताया कि फाउंडेशन कृषि और ग्रामीण वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। समृद्ध भारत के लिए सिजेंटा फाउंडेशन ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, शोध, स्वास्थ्य सेवाएं और कम्युनिटी आउटरीच कार्यक्रम आदि क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहा है।
वैमनीकॉम की निदेशक डॉ. हेमा यादव ने सहकारी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में योगदान के लिए वैमनीकॉम में उद्यमिता विकास केंद्र (सीईडी) के प्रयासों की सराहना की। सीईडी ने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) को मजबूत करने और इनक्यूबेशन और कौशल विकास पहलों के माध्यम से स्टार्टअप्स का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. यादव ने पीजीडीएम-एबीएम पाठ्यक्रम में एआई (कृत्रिम बौद्धिकता) को एक प्रमुख विषय के रूप में शामिल करने की भी घोषणा की, जो भारत को वैश्विक ज्ञान नेता (विश्व गुरु) के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
सीएसआईआर-एनसीएल पुणे के वेंचर सेंटर के प्रमुख डॉ. प्रेमनाथ वेणुगोपालन ने सहकारी शिक्षा में एआई और मशीन लर्निंग एमएल के प्रयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि यह प्रयोग सहकारिता मंत्रालय के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसमें कौशल विकास की बात कही गई है। सहकारिता के प्रस्तावित पाठयक्रमों में एआई और एमएल के प्रयोग से सहकारी शिक्षा की व्यवहारिकता बढ़ेगी।
इस कार्यक्रम में सहकारिता प्रबंधन क्षेत्र और सहकारी क्षेत्र के विशिष्ट लोगों ने भाग लिया। इनमें मुख्य अतिथि के रूप में सीएसआईआर-एनसीएल, पुणे के वेंचर सेंटर के प्रमुख और वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. प्रेमनाथ वेणुगोपालन, सिंजेंटा फाउंडेशन इंडिया के कंट्री डायरेक्टर राजेंद्र जोग और ऑटोमेटन के सीईओ भूषण मुथियान शामिल थे।