केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दिल्ली से सीधे श्रीनगर जाने के लिए एक नया कॉरीडोर बनाने की योजना बनाई है। यह ऑल वेदर कॉरीडोर होगा जिस पर बर्फबारी और खराब मौसम में भी यातायात निर्बाध रूप से जारी रहेगा। इस कॉरीडोर के बन जाने के बाद दिल्ली से श्रीनगर जाने वालों को जम्मू जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह कॉरीडोर कठुआ-बसोहली-भद्रवाह-डोडा के रूट पर बनेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर तक इसका डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनकर तैयार हो जाएगा, जबकि निर्माण कार्य 2026 में शुरू होगा। सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इसके निर्माण पर 30,500 करोड़ रुपये खर्च होने का शुरुआती अनुमान है। हालांकि, अंतिम अनुमान डीपीआर बनने के बाद ही पता चलेगा। 250 किलोमीटर का यह कॉरीडोर फोर लेन का होगा।
अभी दिल्ली से श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को पहले जम्मू जाना पड़ता है। इसके बाद जम्मू-श्रीनगर हाइवे (एनएच-44) के जरिये ही श्रीनगर जा पाते हैं। नया कॉरीडोर कठुआ से बसोहली, भद्रवाह होते हुए डोडा जाने के रूट पर बनेगा। इससे यात्रियों का समय बचेगा और उन्हें सुविधा होगी। कठुआ-डोडा के बीच के कॉरीडोर में 23 सुरंगों का निर्माण किया जायेगा। छत्रकला में सात किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी। वर्तमान में भद्रवाह में बर्फबारी होने पर चार महीने तक रास्ता बंद हो जाता है जिससे यह इलाका देश के बाकी हिस्सों से कट जाता है। इससे यहां के स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नया ऑल वेदर कॉरीडोर बन जाने से सर्दी के मौसम में श्रीनगर की यात्राओं में कोई रुकावट पैदा नहीं होगी।