
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इन पहलों का उद्देश्य राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
देश में पशुपालन को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई कदम उठा रही हैं। इसी दिशा में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इन घोषणाओं का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना और पशुपालन के क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह में घोषणा की कि महिला किसानों को डेयरी फार्म स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हरियाणा में ‘महिला कृषि वृद्धि योजना’ के तहत कृषि परिवारों की महिलाओं को पशुधन पालन, मधुमक्खी पालन, झींगा पालन और डेयरी फार्मिंग जैसे उद्यमों के लिए ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करने का संकल्प लिया गया है।” इससे ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए छुट्टियों में भी बढ़ोतरी की घोषणा की। हरियाणा सरकार के कार्यालयों में नियमित महिला कर्मचारियों को अब सालाना 20 के बजाय 25 छुट्टियाँ मिलेंगी। वहीं, हरियाणा कौशल रोजगार निगम में कार्यरत महिला कर्मियों को पहले 10 छुट्टियाँ मिलती थीं, अब उन्हें प्रति माह एक अतिरिक्त छुट्टी के साथ कुल 22 छुट्टियाँ दी जाएंगी। इन कदमों से महिलाओं के कार्य-जीवन संतुलन को बेहतर करने में मदद मिलेगी।
ये घोषणाएं महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही हैं। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इन पहलों का उद्देश्य राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।