ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के अविजित शतक और स्पिन का जाल बुन कर दूसरी पारी में चटकाए चार विकेट की बदौलत भारत ने वेस्ट इंडीज को दो टेस्ट मैच की सीरीज के अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को एक पारी और 140 रन से हरा कर 1-0 की बढ़त ले ली।
वेस्ट इंडीज की पहली पारी के 162 रन के जवाब में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल, ध्रुव जुरैल और उपकप्तान रवींद्र जडेजा के बेहतरीन शतकों की बदौलत भारत ने अपनी पहली पारी दूसरे दिन के पांच विकेट पर 448 स्कोर पर तीसरे दिन सुबह शनिवार को समाप्त घोषित कर 286 रन की बड़ी बढ़त हासिल की थी। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भारत की पहले टेस्ट की जीत में दोनों पारियों में 73 रन देकर कुल सात विकेट चटकाकर अहम भूमिका निभाई।
मैन ऑफ द मैच बाएं रवींद्र जडेजा (4/54), बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव (2/23) व ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर (1/18) की स्पिन त्रिमूर्ति ने स्पिन का जाल बुनकर आपस में आठ विकेट बांट कर तथा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (3/31) ने रफ्तार के साथ धार दिखा कर पहली पारी में 286 रन से पिछड़ने वाली वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी 146 रन पर समेट कर भारत को ढाई दिन में ही जोरदार जीत दिलाई।
एलिक एथानेजे (38 रन, 74 गेंद, तीन चौके) और जस्टिन ग्रीव्ज (25 रन, 52 गेंद, चार चौके) की छठे विकेट की 46 रन भागीदारी को छोड़ कर वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी लगातार दूसरी पारी में ताश के पत्तों की तरह ढह गई। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अविजित शतक जड़ने के बाद स्पिन कर जाल बुन लंच से पहले 11 ओवर में 30 रन देकर तीन विकेट चटकाए और वेस्ट इंडीज ने लंच तक अपनी पहली पारी में 27 ओवर में पांच विकेट मात्र 66 रन पर खो दिए थे और लंच के करीब सवा घंटे के बाद बाकी के पांच विकेट 80 रन जोड़ कर खो दिए।
लंच के समय एलिक एथानेजे 50 गेंद खेल कर तीन चौकों की मदद से 27 और जस्टिन ग्रीव्ज 21 गेंद खेल दो चौकों की मदद से 10 रन बनाकर क्रीज पर थे। लंच तक वेस्ट इंडीज की टीम भारत से पहली पारी में 220 रन पीछे थी और दूसरी पारी में उसके पांच विकेट बाकी थे। वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में पहले पांच विकेट मात्र 90 रन पर खो दिए थे।
भारत और उसके फील्डिंग कोच टी. दिलीप के लिए सुखद यह रहा कि मेजबान टीम के क्षेत्ररक्षक मुस्तैदी दिखा कर बढ़िया कैच लपके। भारत के नीतिश रेड्डी ने मोहम्मद सिराज की गेंद पर तेज नारायण चंद्रपाल और यशस्वी जायसवाल ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर वेस्ट इंडीज के विकेटकीपर शे हॉप के बेहतरीन कैच लपके। वेस्ट इंडीज के लिए लंच से पहले एथानेजे और ग्रीव्ज ने स्पिनरों के खिलाफ पैरों की चपलता दिखाने के साथ हल्के हाथ से भारतीय स्पिनरों की गेंदों को खेला।
तेज नारायण चंद्रपाल और जॉन कैम्पबेल की सलामी जोड़ी ने वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी शुरू की। तेज नारायण चंद्रपाल (8 रन, 23 गेंद, 1 चौका) ने भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के चौथे और पारी के आठवें ओवर की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश की लेकिन स्क्वॉयर लेग पर नीतिश रेड्डी ने गोता लगा उनका बेहतरीन कैच लपकर उन्हें आउट कर पैवेलियन लौटाया और वेस्ट इंडीज ने पहला विकेट मात्र 12 रन पर खो दिया। चंद्रपाल लगातार दूसरी पारी में सिराज का शिकार बने।
भारत के लिए पहली पारी में शानदार शतक जड़ने वाले उपकप्तान रवींद्र जडेजा ने बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में कमाल दिखाया और कैम्पबेल (14 रन, 32 गेंद, एक चौका) उनकी मिडल और लेग स्टंप पर पड़ कर तेजी से घूमी गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर साई सुदर्शन को कैच थमा बैठे। वेस्ट इंडीज ने 11वें ओवर की पहली गेंद पर अपना दूसरा विकेट 24 रन पर खो दिया। ब्रेंडन किंग (5 रन, 18 गेंद, एक चौका) पारी के 17वें ओवर में रवींद्र जडेजा के छठे ओवर की दूसरी ऑफ स्टंप पर पिच होने के बाद तेजी से बाहर की ओर घूमी गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में सिली पॉइंट पर केएल राहुल को कैच थमा दिया और वेस्ट इंडीज की टीम तीसरा विकेट मात्र 34 रन पर खो कर गहरे संकट में फंस गई।
कप्तान रॉस्टन चेज (1 रन, 4 गेंद) बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव के दूसरे ओवर की तीसरी ऑफ स्टंप पर सीधी रही गेंद को खेलने से चूक गए और गेंद उनका ऑफ स्टंप ले उड़ी, वेस्ट इंडीज ने पारी के 18वें ओवर में 35 रन पर चौथा विकेट खो दिया। शे हॉप (1 रन, 14 गेंद) ने रवींद्र जडेजा के आठवें और पारी के 21वें ओवर की शॉर्ट गेंद को कट करने गए और शॉर्ट थर्डमैन पर यशस्वी जायसवाल ने गोता लगा बेहतरीन कैच लपक उन्हें पैवेलियन की राह दिलाई, और वेस्ट इंडीज ने पांचवां विकेट 46 रन पर खो दिया।
बाएं हाथ के एलिक एथानेजे (38 रन, 74 गेंद, तीन चौके) ने ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की रफर पड़ कर रुक कर आई गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में उन्हें ही वापस कैच थमा दिया और वेस्ट इंडीज ने सातवां विकेट 36वें ओवर में 92 रन पर खो दिया।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने पारी के 37वें ओवर में अपने नौवें ओवर की चौथी बेहतरीन यॉर्कर पर जस्टिन ग्रीव्ज (25 रन, 52 गेंद, चार चौके) को एलबीडब्ल्यू आउट किया। इस पर उन्होंने रिव्यू लिया लेकिन बेकार गया। वेस्ट इंडीज ने सातवां विकेट 98 रन पर खो दिया और इसी स्कोर पर जॉमेल वरीकेन (0 रन, 2 गेंद) की आखिरी गेंद को उड़ाने गए और कप्तान शुभमन गिल ने मिड ऑन पर कैच थमा दिया। जॉन लेन ने मोहम्मद सिराज के अगले और पारी के 39वें ओवर की चौथी गेंद पर डीप पॉइंट पर चौका जड़कर वेस्ट इंडीज के स्कोर को आठ विकेट पर 102 रन पर पहुंचाया।
जॉन लेन (14 रन, 13 गेंद, तीन चौके) बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा के 12वें और पारी के 43वें ओवर की पहली गेंद को उड़ाने की कोशिश में मिड ऑफ पर मोहम्मद सिराज को कैच थमा बैठे और वेस्ट इंडीज ने नौवां विकेट 122 रन पर खो दिया। जेडन सील्स ने दूसरी गेंद पर मिड विकेट के ऊपर से छक्का और अगली गेंद को कवर के ऊपर से चौका जड़ दिया।
बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने फ्लाइटेड गेंद पर जेडन सील्स (22 रन, 12 गेंद, दो छक्के, एक चौका) को अपनी ही गेंद पर लपक कर वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी समाप्त की और भारत को पहला टेस्ट जीत कर सीरीज में 1-0 की बढ़त दिलाई। यह भी संयोग ही है कि कुलदीप यादव ने वेस्ट इंडीज की पहली पारी में जोमेल वरीकेन को विकेटकीपर ध्रुव जुरैल के हाथों कैच कराकर उसकी पहली पारी 162 रन पर समेटी थी।
भारत के टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा 14 बार मैन ऑफ द मैच बनने का गौरव सचिन तेंदुलकर को हासिल है और रवींद्र जडेजा ने शनिवार को 11वीं बार टेस्ट में मैन ऑफ द मैच बनने के मामले में राहुल द्रविड़ (11 बार) की बराबरी कर ली।
अपनी बल्लेबाजी पर बहुत मेहनत कर रहा हूं
“मैं अपनी बल्लेबाजी पर बहुत मेहनत कर रहा हूं। हमें टेस्ट और वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दो महीने का आराम मिला और मैं इसीलिए अपनी फिटनेस और मेहनत कर रहा था। मैं अपनी फिटनेस और बल्लेबाजी पर मेहनत करने के लिए बेंगलुरू के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) गया। कुछ बरस पहले तक मैं नौवें और आठवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन अब मैं छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा हूं और अब मैं खुद अपनी पारी को बढ़ाने पर मेहनत कर सकता हूं। आप बतौर स्पिनर लाल मिट्टी की पिच पर ज्यादा टर्न और बाउंस हासिल कर सकते हैं और मुझे जब मालूम पड़ा कि हम लाल मिट्टी की पिच पर खेल रहे हैं तो मुझे अच्छा महसूस हुआ। जहां तक मेरे पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच बनने की बात है तो कोच, कप्तान और टीम प्रबंधन का आभार जताना चाहूंगा। बतौर उपकप्तान आप हमेशा टीम के खास सदस्य के तौर पर टीम में रहते हैं। जब भी आपकी टीम को आपकी किसी भी तरह की जरूरत होती है तो मैं टीम के लिए कुछ कर खुश हूं। जहां तक भारतीय स्पिनरों की अगुआई की बात है तो मैं अभी भी कप्तान नहीं हूं। पहले टीम में अश्विन थे। कुलदीप भारत के लिए बतौर स्पिनर बहुत टेस्ट खेल चुके हैं। हमारी टीम में सभी अनुभवी और मेहनत कर रहे हैं और ऐसे में मुझे बेवजह सलाह देने की जरूरत नहीं।” – रवींद्र जडेजा, मैन ऑफ द मैच
कम विकल्प होने की बजाय बहुत विकल्प होना अच्छा है
“जहां तक मेरे बतौर कप्तान लगातार छह टेस्ट में टॉस हारने की बात है, जब तक हम जीतते रहेंगे तो मेरा टॉस हारना मायने नहीं रखता। सच कहूं कि हमारे लिए वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट बिल्कुल सही टेस्ट रहा। हमारी भारतीय टीम की ओर से पहले टेस्ट में तीन शतक लगे और हमने वाकई चुस्त फील्डिंग की और मुझे अपनी टीम से कोई शिकायत नहीं। जहां तक टीम में तीन स्पिनरों को बतौर गेंदबाज संभालने की बात है, वह भी तब तीनों ही उत्कृष्ट स्पिनर हों तो उन्हें रोटेट करना मुश्किल होता है। मैं कहूंगा कि कम विकल्प होने की बजाय बहुत विकल्प होना अच्छा है और भारत के लिए खेलने की यही चुनौती और मजा है। हमारी टीम की अच्छी बात है कि हर समय कोई न कोई आगे आकर जिम्मेदारी संभालने को तैयार रहता है। बीते दो बरस में हमारी टीम की जैसी बढ़िया जुगलबंदी रही और हम जिस तरह मुश्किल हालात से बाहर आए, वह सुखद है। हमारी टीम अभी भी सीख रही है। हम जब तक सीखते रहेंगे, हमारे लिए अच्छा है।” – शुभमन गिल, भारत के कप्तान