राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में एक ही चरण में वोट डाले जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राज्य में सत्तासीन आम आदमी पार्टी और केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के बीच माना जा रहा है। हालंकि 2013 तक दिल्ली में एकतरफा शासन करने वाली कांग्रेस भी मजबूती से चुनाव मैदान में है, जिससे मुकाबला रोमांचक हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतदाताओं से अपने घरों से निकलकर वोट डालने की अपील की है। दिल्ली में मतदान को लेकर सुबह से ही मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। तमाम बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन देखी जा रही है।
दिल्ली के मतदाता बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में ओना योगदान देते हुए नजर आ रहे हैं। महिलाओं में मतदान को लेकर क्रेज देखा रहा है। तमाम बूथों पर भारी संख्या में महिलाएं मतदान के लिए लाइन में लगी हुई हैं। दिल्ली की हाईप्रोफाइल सीटों पर भी मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से लगातार चौथी बार मैदान में हैं।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भी भारी संख्या में मतदाता वोट करने के लिए निकले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का मुकाबला दिल्ली के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों (साहिब सिंह वर्मा और शीला दीक्षित) के बेटों प्रवेश वर्मा और संदीप दीक्षित से है। नई दिल्ली सीट पर कांटे के मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है.
दिल्ली के विधानसभा चुनाव की बात करें तो सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी एक बार पुनः सरकार बनाने का दावा कर रही है, वहीं करीब ढाई दशक से दिल्ली की सत्ता से दूर भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा का कमल खिलेगा और AAP की हार होगी। वहीं कांग्रेस पार्टी भी मजबूती से दिल्ली के समीकरण पलटने का दावा कर रही है।
बता दें कि 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग 62% प्रतिशत मतदान हुआ था। जब परिणाम सामने आए तो आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटें मिली थीं। भाजपा को मात्र 8 सीटें मिली थीं और कांग्रेस पार्टी लगातार दूसरी बार शून्य पर सिमट गई थी।