राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और भारत के घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट ने मिलकर रायपुर में स्वयं सहायता समूहों की महिला उद्यमियों के जीवन में बदलाव लाने का बीड़ा उठाया है। एक साझेदारी के माध्यम से ये प्रतिभाशाली महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को फ्लिपकार्ट के ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर प्रदर्शित करने और बेचने का कार्य करेंगे। इसके लिए शुकवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार मिलकर महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प को दोहराया, जिसमें 3 करोड़ महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 2 करोड़ महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 8 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तैयार किया है जिसमें 4 लाख से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं।
कार्यशाला की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब महिलाएं फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन मंचों के जरिए अपने उत्पाद बेच सकेंगी। इससे उनकी पहुंच देश-विदेश तक होगी और वे अपने व्यवसाय को आसानी से बढ़ा सकेंगी। इस पहल से महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी, बल्कि उनके उत्पादों को भी नया बाजार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय भाषा में महिलाओं से सरकार द्वारा चलाई जा रही है योजनाओं के लाभ बारे में पूछा तो महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि उन्हें योजना का लाभ मिल रहा है।
इस अवसर पर फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी, रजनीश कुमार ने कहा कि फ्लिपकार्ट समर्थ के माध्यम से, हम व्यवसायों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में फलने-फूलने के लिए आवश्यक ज्ञान, उपकरण और बाज़ार पहुँच प्रदान करके विकास के नए रास्ते बनाने का प्रयास करते हैं। देश भर में 18 लाख से ज़्यादा आजीविकाओं को सशक्त बनाकर, इस कार्यक्रम ने कारीगरों और ग्रामीण महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने में सक्षम बनाया है। रायपुर में आज की कार्यशाला का सफल समापन पूरे भारत में एमएसएमई और कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए फ्लिपकार्ट की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। हम इस सहयोग के लिए आभारी हैं और छत्तीसगढ़ और उसके बाहर एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र को और मज़बूत करने के लिए इस गति को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।
कार्यशाला में स्व—सहायता समूह की महिलाओं को फ्लिपकार्ट की टीम के द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर महिला उद्यमियों ने उसी समय अपने मोबाइल पर पंजीकरण कराकर अपने उत्पाद को फ्लिपकार्ट प्लेटफार्म के जरिए बेचने का मार्ग भी प्रशस्त कर लिया। कार्यक्रम में महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव भी साझा किया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) एक सरकारी पहल है जो ग्रामीण गरीबी को कम करने और भारत की ग्रामीण आबादी के लिए स्थायी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।