महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर रस्साकसी तेज होती जा रही है। चुनाव परिणाम आने के एक सप्ताह बाद भी ये तय नहीं हो पाया है लेकिन महाविजय हासिल करने वाला महायुति गठबंधन किसे मुख्यमंत्री बनाएगा। इस बीच 132 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी ने सरकार गठन की दिशा में एक कदम और बढ़ा दिया है। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
4 दिसंबर को महाराष्ट्र भाजपा के विधायक दल की बैठक होगी। इसी बैठक में महाराष्ट्र के नए CM के नाम पर मुहर लगेगी। भले ही राज्य में अभी CM के नाम की घोषणा नहीं हुई है लेकिन ये लगभग तय माना जा रहा है कि अगला मुख्यमंत्री बीजेपी से ही बनेगा। वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ की नाराजगी की खबरें भले आ रही हैं लेकिन स्वयं एकनाथ शिंदे प्रेस कांफ्रेसं कर ये घोषणा कर चुके हैं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह जिसे भी सीएम बनाएंगे, शिवसेना उसका समर्थन करेगी. एनसीपी प्रमुख अजित पवार भी कह चुके हैं कि नया मुख्यमंत्री भाजपा से ही बनेगा।
पिछले सात दिनों तक शिवसेना के हर रोज बदलते तेवरों के बीच बीजेपी ने विधायक दल की बैठक करने का फैसला किया है, जिसमें नए सीएम का ऐलान होगा। सीएम पद की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। हालांकि अपुष्ट रूप से ये भी ख़बरें आ रही हैं कि भाजपा किसी नए नाम को आगे कर चौंका भी सकती है. हालांकि भाजपा के ज्यादातर नेताओं का समर्थन देवा भाऊ के नाम से विख्यात हुए देवेंद्र फडणवीस के प्रति ही देखा जा रहा है।
बीजेपी ने अब तक इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी, मगर सोमवार को महायुति की मीटिंग कैंसल होते ही पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया। मंत्रिमंडल के गठन में देरी से लगातार आलोचना की शिकार हो रही बीजेपी ने प्रेशर पॉलिटिक्स का दौर खत्म करने का मूड बना लिया है। अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी विधायकों से बात कर सीएम का ऐलान करेंगे। फिर राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।