इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव (IFFCO) ने हाल ही में संगठन के प्रबंधन और सहकारी संबंधों को और मजबूत करने के लिए दो अहम नियुक्तियां की हैं। तरुण भार्गव को को-ऑपरेटिव रिलेशन का कार्यभार सौंपा गया है, जबकि पीके सिंह को IFFCO के फूलपुर यूनिट का नेतृत्व दिया गया है।
तरुण भार्गव एक अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहकारी संगठन (ICA) के थिंक टैंक के पहले चेयरपर्सन और ICAO के कार्यकारी सदस्य के रूप में भी काम किया है। भार्गव ने उर्वरक निर्माण और सहकारी संस्थाओं के लिए आईटी समाधान विकसित करने में गहरी विशेषज्ञता हासिल की है। उनके नेतृत्व में IFFCO की सहकारी पहुंच और वैश्विक संबंध और मजबूत होंगे।
भार्गव की जिम्मेदारी अब भारत में करीब 36,000 कृषि सहकारी समितियों के साथ काम करना है। उन्होंने BITS पिलानी से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और अपना करियर फॉस्फेट और नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के निर्माण में बिताया है। उन्होंने सहकारी संस्थाओं के लिए आईटी आधारित बिजनेस सॉल्यूशन्स विकसित किए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर कृषि सहकारिताओं को सशक्त बनाने का काम कर रहे हैं। उनका योगदान अंतरराष्ट्रीय सहकारिता विकास में महत्वपूर्ण माना जाता है।
वहीं, पीके सिंह फूलपुर यूनिट के नए प्रमुख बने हैं। उनके कार्य क्षेत्र में उत्पादन की गुणवत्ता, प्लांट की सुचारू कार्यप्रणाली और कर्मचारियों के समन्वय को सुनिश्चित करना शामिल है। यह नियुक्ति IFFCO के प्रबंधन को मजबूत करने और उत्पादन क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
1967 में स्थापित IFFCO, भारत की एक अग्रणी सहकारी संस्था है। यह किसानों और कृषि क्षेत्र को समर्थन देने के लिए उर्वरकों का उत्पादन और विपणन करती है। IFFCO पूरी तरह भारतीय सहकारी समितियों के स्वामित्व में है और 5 करोड़ से अधिक किसानों का प्रतिनिधित्व करती है। संगठन का उद्देश्य किसानों की जिंदगी को बेहतर बनाना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
वैश्विक स्तर पर सक्रिय IFFCO ने भार्गव और पीके सिंह जैसे विशेषज्ञों के माध्यम से सहकारिता मॉडल को मजबूत किया है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अनुरूप है। सरकार की कृषि सुधार योजनाओं के साथ तालमेल बिठाते हुए IFFCO ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।