भारतीय पुरुष हॉकी टीम 29 अगस्त से 7 सितंबर तक राजगीर (बिहार) में पुरुष हॉकी एशिया कप शुरू के शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 15 से 21 अगस्त तक चार मैचों की सीरीज खेलने जाएगी। एफआईएच प्रो हॉकी लीग 2024-25 के यूरोपीय चरण में अपने आठ में सात मैच बेहद करीबी संघर्ष मे हारने के बाद अगले साल 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड की संयुक्त मेजबानी में होने वाले एफआईएच हॉकी विश्व कप 2026 के लिए क्वॉलिफाई करने के लिए भारत के लिए राजगीर में होने वाला एशिया कप हर हाल में जीतना बेहद जरूरी है और इसकी तैयारी के लिए उसका ऑस्ट्रेलियाई दौरा बेहद अहम है।
ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक रूप से भारत के खिलाफ पलड़ा भारी रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने 2013 से भारत से अपने 51 में से 35 मैच जीते हैं। एफआईएच रैंकिंग में आठवें नंबर पर काबिज भात रैंकिंग में अपने से दो पायदान उपर ऑस्ट्रेलिया से 15, 16, 19 और 21 अगस्त को खेलेगी और इसमें बेहद कड़े मुकाबले की उम्मीद है।
हाल ही में एफआईएच प्रो हॉकी लीग के यूरोपीय चरण में जब दोनों टीमें आमने सामने हुई थी तो भारत को ऑस्ट्रेलिया से दोनों मैचों में 2-3 के समान अंतर से हार झेलनी पड़ी थी। भारत ने हालांकि 2024 के पेरिस ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया पर 1972 के बाद अपनी पहली यादगार जीत दर्ज की थी।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने अपनी टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे की बाबत कहा, ‘हमारी भारतीय टीम का यह ऑस्ट्रेलिया दौरा राजगीर में पुरुष हॉकी एशिया कप से पहले बहुत अहम समय पर हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारी टीम के लिए से चार मैच तकनीकी रूप से दोस्ताना मैच जरूर होंगे लेकिन हमारी एशिया कप की तैयारी के लिए ये बेहद अहम होंगे। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ खेलने से हम खुद को हर लिहाज से परख सकेंगे यानी गेंद के बिना और गेंद के साथ और हमें पुरुष हॉकी एशिया कप से पहले इसमें ही धार दिखाने की जरूरत है।’
क्रेग फुल्टन ने कहा कि हमने अभी हाल ही में सीनियर राष्ट्रीय हॉकी शिविर में दस दिन की ट्रेनिंग की और हमारा ध्यान पूरी तरह आगे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों और एशिया कप पर है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हमारी भारतीय टीम का लक्ष्य शुरू के दो मैचों को चयन प्रक्रिया के रूप में लेना होगा जबकि बाकी दो मैच पुरुष हॉकी एशिया कप के लिए चुनी गई टीम के साथ खेलेंगे। हमारा लक्ष्य अच्छी तैयारी कर हॉकी एशिया कप में जीतने के इरादे से उतरना है।