Trending News

 CP राधाकृष्णन बने भारत के नए उपराष्ट्रपति, INDIA गठबंधन के बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हराया, CPR को 452 जबकि सुदर्शन रेड्डी को मिले 300 वोट         भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत जारी, राष्ट्रपति ट्रंप बोले- मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं PM मोदी, उनसे बात करने का इंतजार, PM मोदी ने दिया जवाब- अच्छे दोस्त हैं भारत और अमेरिका         PM मोदी ने किया बाढ़ पीड़ित पंजाब और हिमाचल का सर्वेक्षण, बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात, पंजाब को 1600 करोड़ रुपए तो हिमाचल को 1500 करोड़ रुपए की वित्तीय मदद की घोषणा         नेपाल के PM केपी शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा, हिंसक आंदोलन के बाद ओली ने छोड़ा पद, Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में लगाई आग, ओली सरकार के कई मंत्रियों को पीटा, पूर्व PM झलनाथ खनल के घर को किया आग के हवाले, खनल की पत्नी की जलकर मौत         चुनाव आयोग पूरे देश में करेगा वोटर वेरिफिकेशन, आज दिल्ली में मीटिंग, सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी होंगे शामिल, साल के आखिरी में शुरू हो सकती है प्रक्रिया       

NIRF इंडिया रैंकिंग 2025: IIT मद्रास और IISc बेंगलुरु फिर शीर्ष पर, पहली बार SDG कैटेगरी शामिल

इस बार 14,163 उच्च शिक्षण संस्थान रैंकिंग में शामिल हुए। दक्षिण भारत से सबसे ज्यादा 5,268 संस्थान शामिल हुए।

Published: 12:32pm, 05 Sep 2025

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग-2025 जारी की। इस बार रैंकिंग खास रही क्योंकि कुल 17 श्रेणियों में सूची जारी हुई और पहली बार सतत विकास लक्ष्य (SDG) कैटेगरी को भी जोड़ा गया। इस नई श्रेणी में संस्थानों का आकलन सामाजिक जिम्मेदारी, पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास और समावेशी शिक्षा के आधार पर किया गया।

भागीदारी

  • इस बार 14,163 उच्च शिक्षण संस्थान रैंकिंग में शामिल हुए।
  • दक्षिण भारत से सबसे ज्यादा 5,268 संस्थान शामिल हुए।
  • पश्चिम भारत से 4,702, उत्तर भारत से 2,304 और पूर्वी भारत से 1,889 संस्थानों ने भाग लिया।

शीर्ष संस्थान (विभिन्न श्रेणियों में)

  • ओवरऑल कैटेगरी: IIT मद्रास (पहला स्थान)
  • विश्वविद्यालय: IISc बेंगलुरु
  • इंजीनियरिंग: IIT मद्रास
  • कॉलेज: हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • मैनेजमेंट: IIM अहमदाबाद
  • ओपन यूनिवर्सिटी: इग्नू, दिल्ली
  • नई SDG कैटेगरी: IIT मद्रास

शिक्षा मंत्री का बयान

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अगले साल तक 15,000 संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। उनके अनुसार, रैंकिंग से छात्रों को दाखिले के समय पारदर्शी और भरोसेमंद जानकारी मिलती है, वहीं संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ती है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी और भारतीय संस्थानों की वैश्विक रैंकिंग भी मजबूत होगी।

 

Diksha

Recent Post

0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x