इफ़को के एमडी डॉ. यूएस अवस्थी ने नववर्ष 2025 के अपने संदेश में किसानों के हित में कार्य करते रहने की प्रतिबद्धता जताई है। इफको कर्मियों को नववर्ष शुभकामना संदेश देते हुए डॉ. यूएस अवस्थी ने कहा कि- नया साल इफको के लिए नवाचार, सहयोग और सफलता के नए अवसर लेकर आएगा।
इफ़को के प्रबंध निदेशक ने साल 2024 में सहकारिता क्षेत्र की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए अपने संदेश में कहा कि भारत ने 130 वर्षों में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) महासभा की मेजबानी की। इस महासभा का मेजबान भारतीय किसान उर्वरक सहकारी संस्था (IFFCO) को बनाया गया। सभा का उदघाटन पीएम मोदी व गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया।
IFFCO ने वर्ष 2024 मे किसानों की आय बढ़ाने और अत्याधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने की दिशा में बड़ी प्रगति की है। “नमो ड्रोन दीदी” पहल के तहत 300 महिला किसानों को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण देकर उनका सशक्तिकरण किया गया है। साथ ही 1764 से अधिक ग्रामीण ड्रोन उद्यमियों को भी प्रशिक्षित किया गया है,जिससे कृषि क्षेत्र में तकनीकी दक्षता बढ़ी है।
किसानों के बीच नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और बायोस्टिमुलेंट के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए IFFCO ने नैनो मॉडल गांव/क्लस्टर परियोजना की शुरुआत की। इस परियोजना के अंतर्गत 4 लाख एकड़ भूमि को कवर करते हुए 202 ग्राम समूहों में 3 लाख से अधिक नैनो उर्वरक बोतलें वितरित की गईं हैं। किसान ड्रोन की मदद से इन उत्पादों का छिड़काव किया गया, जिससे फसल उत्पादन में भी वृद्धि हुई हैं।
देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी IFFCO के नैनो उर्वरकों की मांग तेजी से बढ़ रही है। वर्ष 2024 में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की 2.55 करोड़ बोतलों की बिक्री हुई है, जो उससे पिछले वर्ष की तुलना में 28% अधिक है।
IFFCO ने टिकाऊ पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने और किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने में अहम भूमिका निभाई हैं। आधुनिक तकनीकों के जरिए कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने के उद्देश्य से IFFCO का यह प्रयास जारी रहेगा।