वर्ष 2025 को संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा अंतरराष्ट्रीय सहकारी वर्ष (International Year of Cooperatives) घोषित किया गया है। इस दौरान सहकारिता की भावना को मजबूत करने, इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने, सहकारी शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जाने हैं। इसी कड़ी में देश की सहकारी संस्थाओं के शीर्ष संगठन नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया (NCUI) ने दो समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
पहला एमओयू दत्तोपंत ठेंगड़ी श्रमिक शिक्षा और विकास राष्ट्रीय बोर्ड के साथ और दूसरा राजस्थान स्थित टांटिया यूनिवर्सिटी के साथ किया गया है। एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघाणी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर इसकी जानकारी साझा की है। दत्तोपंत ठेंगड़ी श्रमिक शिक्षा और विकास राष्ट्रीय बोर्ड के साथ हुए एमओयू में यह तय किया गया है कि दोनों मिलकर पूरे भारत में एक संयुक्त मंच पर कार्य करेंगे।
इस मंच के जरिये श्रमिकों के प्रशिक्षण और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक रूप से कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इस मौके पर दत्तोपंत ठेंगड़ी श्रमिक शिक्षा और विकास राष्ट्रीय बोर्ड की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन ब्रिजेश उपाध्याय, निदेशक जनरल करनाल नीरज शर्मा, उपनिदेशक (शिक्षा) कर्नल सिंह और एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधीर महाजन अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
एनसीयूआई ने राजस्थान स्थित टांटिया यूनिवर्सिटी के साथ भी एक MOU साइन किया। युवाओं को सहकारी क्षेत्र से जोड़ने के लिए प्रयासरत एनसीयूआई के सहयोग से टांटिया ग्रुप राजस्थान के छात्रों को सहकारिता के प्रति जागरूक करेगा। दोनों मिलकर स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों के क्षमता विकास में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस अवसर पर टांटिया ग्रुप के उपाध्यक्ष डॉ. मोहित टांटिया, विश्वविद्यालय के महाप्रबंधक विकास सचदेवा उपस्थित थे।