भारत के स्टार लॉन्ग जंपर मुरली श्रीशंकर ने पुर्तगाल के माइया शहर में आयोजित विश्व एथलेटिक्स उपमहाद्वीपीय टूर (ब्रॉन्ज स्तर) की प्रतियोगिता “मीटिंग माइया सिडाडे डो डेसपोर्टो” में 7.75 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह प्रतियोगिता वर्ल्ड एथलेटिक्स के ब्रॉन्ज लेवल सर्किट का हिस्सा थी।
दूसरी बार में लगाई सर्वश्रेष्ठ छलांग
श्रीशंकर मुरली ने प्रतियोगिता की शुरुआत 7.63 मीटर से की और दूसरे प्रयास में ही 7.75 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाई। तीसरे प्रयास में उन्होंने 7.69 मीटर, चौथे में फाउल, पांचवें में 6.12 मीटर, और अंतिम प्रयास में 7.58 मीटर की छलांग लगाई।
दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे प्रतियोगी
इस इवेंट में पोलैंड के पिओत्र टारकोव्स्की ने दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया के क्रिस मिटरव्स्की तीसरे स्थान पर रहे।
वर्ष 2024 में घुटने में लगी थी चोट
26 वर्षीय मुरली श्रीशंकर को अप्रैल 2024 में घुटने में चोट लग गई थी, जिससे वह पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा नहीं ले सके। इससे पहले वह एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में 8.37 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक जीत चुके थे और ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था।
पिछला साल रहा मिश्रित अनुभवों वाला
पिछला साल मुरली के लिए मिश्रित अनुभवों से भरा रहा। उन्होंने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक, एशियन गेम्स में भी रजत पदक, बुडापेस्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा और यूजीन डायमंड लीग फाइनल्स के लिए क्वालिफाई किया था।
शानदार वापसी
चोट के बाद मुरली ने 12 जुलाई 2025 को पुणे में आयोजित इंडियन ओपन एथलेटिक्स मीट में शानदार वापसी की। इस प्रतियोगिता में उन्होंने 8.05 मीटर की छलांग लगाकर खिताब जीता। उन्होंने छलांगों की शुरुआत 7.84 मीटर से की, फिर क्रमशः 7.99 मीटर और 8.05 मीटर तक पहुंचे।