
यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि उन्हें कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करेगी।
भारत सरकार (Government Of India) और राज्य सरकारें देश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही हैं, जिसमें महिलाओं (Women Empowerment) को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। खास तौर पर हरियाणा 9Haryana) में महिलाओं को आत्मनिर्भर (AtmaNirbhar) और सशक्त बनाने के लिए डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) को प्रोत्साहित किया जा रहा है। हरियाणा सरकार (Haryana Goverment) महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पशुपालन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए ब्याज मुक्त लोन (Interest Free Loan) की सुविधा दे रही है। इसके तहत महिलाएं डेयरी फार्मिंग, मधुमक्खी पालन और अन्य कृषि संबंधित कार्यों के लिए एक लाख रुपये तक का लोन बिना किसी ब्याज के ले सकती हैं।
हरियाणा सरकार का बड़ा ऐलान
हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह के दौरान एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाओं को डेयरी फार्म खोलने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। इस पहल का मकसद पशुपालन के जरिए महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘महिला कृषि वृद्धि योजना’ के तहत यह सुविधा शुरू की गई है, जिसके जरिए पशुधन पालन, मधुमक्खी पालन, झींगा पालन और डेयरी फार्मिंग जैसी गतिविधियों के लिए महिलाओं को सहायता दी जाएगी। यह योजना न सिर्फ ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में उनकी भागीदारी को भी बढ़ाएगी।
क्या है महिला कृषि वृद्धि योजना?
‘महिला कृषि वृद्धि योजना’ हरियाणा सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य महिला किसानों को पशुपालन और संबंधित गतिविधियों में शामिल करना है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। यह राशि डेयरी फार्मिंग, मधुमक्खी पालन या अन्य कृषि उद्यम शुरू करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। योजना का लाभ विशेष रूप से गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को मिलेगा, ताकि वे अपनी आजीविका को बेहतर बना सकें। सरकार का मानना है कि इससे न केवल महिलाएं सशक्त होंगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
पात्रता के लिए जरूरी शर्तें
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आवेदक महिला हरियाणा की मूल निवासी होनी चाहिए।
- सभी वर्ग की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र होंगी, लेकिन गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को प्राथमिकता मिलेगी।
- पशुधन रखने के लिए पर्याप्त जगह होना जरूरी है।
- परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
- महिला या परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता नहीं होना चाहिए।
- परिवार की सालाना आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
लोन के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
- परिवार का पहचान पत्र
- हरियाणा का मूल निवास प्रमाण-पत्र
- आधार कार्ड
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- आय प्रमाण-पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- आयु प्रमाण-पत्र
लोन के लिए आवेदन कैसे करें?
महिलाएं इस योजना के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकती हैं। ऑफलाइन आवेदन के लिए नजदीकी सहकारी बैंक में संपर्क करना होगा। वहीं, ऑनलाइन आवेदन के लिए हरियाणा सहकारी बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
- सबसे पहले हरियाणा सरकार द्वारा अधिकृत बैंकों की सूची देखें और अपनी पसंद के बैंक की वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट पर ‘महिला कृषि वृद्धि योजना’ का आवेदन विकल्प चुनें।
- आवेदन फॉर्म में सभी जरूरी जानकारी भरें।
- मांगे गए दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
- आवेदन जमा करने के बाद बैंक अधिकारी आपके दस्तावेजों की जांच करेंगे।
- सत्यापन के बाद लोन की राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
- अधिक जानकारी के लिए नजदीकी पशुपालन विभाग से संपर्क करें।
महिलाओं के लिए क्यों खास है यह योजना?
यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का एक शानदार मौका है। डेयरी सेक्टर में करियर बनाने के लिए यह न केवल पूंजी उपलब्ध कराती है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाती है। हरियाणा सरकार का यह कदम ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार और सम्मान का नया रास्ता खोल रहा है। अगर आप भी इस क्षेत्र में कदम रखना चाहती हैं, तो इस मौके को हाथ से न जाने दें। आज ही आवेदन करें और अपने सपनों को हकीकत में बदलें।