Trending News

 मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल पीस प्राइज, वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता हैं मारिया, लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए नोबेल पुरस्कार         तिरुपति में सहकारिता क्षेत्र की मजबूती पर राष्ट्रीय कार्यशाला, पैक्स, डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के गठन और सुदृढ़ीकरण पर जोर         गाजा में लागू हुआ युद्धविराम, इजरायली कैबिनेट ने ट्रंप के पीस प्लान पर लगाई मुहर, 72 घंटे के अंदर सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा         PM मोदी ने ट्रंप और नेतन्याहू से 'गाजा पीस प्लान' पर की बात, नेतन्याहू को बताया मजबूत नेता, कहा- किसी भी रूप में कहीं भी स्वीकार्य नहीं है आतंकवाद         ब्रिटिश प्रधानमंत्री और PM मोदी की बैठक में हुआ ट्रेड समझौता, PM मोदी बोले- दोनों देशों के बीच आसान होगा कारोबार, युवाओं को मिलेगा रोजगार, PM स्टार्मर बोले- भारत में कैंपस खोलेंगी ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी         देशभर में कफ-सिरप बनाने वाली कंपनियों की जांच करेगी सरकार, राज्यों से मांगी लिस्ट, 3 सिरप कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश-टीआर और रिलाइफ की बिक्री और प्रोडक्शन पर भी रोक, MP में अब तक 25 बच्चों की मौत       

शुगर सहकारी समितियों के नेताओं के लिए NCCE में नेतृत्व विकास कार्यक्रम

देशभर से आए प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली में सीखी सहकारिता की नई रणनीतियाँ, विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव और समाधान

Published: 15:17pm, 05 Sep 2025

राष्ट्रीय सहकारी शिक्षा केंद्र (NCCE) ने 2 से 4 सितंबर 2025 तक नई दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में शुगर सहकारी समितियों के अध्यक्षों और निदेशकों के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सहकारी संघ (NCUI) के तहत हुआ।

इसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक समेत कई राज्यों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में एनसीयूआई की डिप्टी चीफ एग्जिक्यूटिव श्रीमती सवित्री सिंह, एनएफसीएसएफ के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवरे और एनसीयूआई युवा समिति के सदस्य मनीष संघाणी मौजूद रहे।

उद्घाटन के दौरान श्रीमती सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य सहकारी संस्थाओं में नेतृत्व को और मजबूत करना और ज्ञान साझा करने की परंपरा को बढ़ावा देना है। उन्होंने प्रतिभागियों से अपील की कि वे यहां से मिले अनुभव और सीख को अपने-अपने राज्यों की सहकारी समितियों में लागू करें।

मनीष संघाणी ने “सहकार से समृद्धि” के महत्व पर जोर देते हुए गुजरात की सहकारिता की सफल कहानियां साझा कीं।

प्रकाश नाइकनवरे ने अपने सत्र में गन्ना सहकारी समितियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की और व्यावहारिक समाधान बताए। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने और समितियों की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए रणनीतिक कदम उठाने होंगे।

यह कार्यक्रम सहकारी नेताओं के लिए सीखने, अनुभव बांटने और नेतृत्व क्षमता को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।

YuvaSahakar Desk

0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x