अंतरराष्ट्रीय सहकारी वर्ष 2025 के मौके पर, देश की जानी-मानी सहकारी संस्था KRIBHCO (कृभको) किसानों के साथ लगातार संवाद कर रही है। संस्था पूरे देश में किसान बैठकों का आयोजन कर रही है, जिसमें खेती से जुड़ी जरूरी जानकारियाँ और समाधान साझा किए जा रहे हैं।
इन बैठकों के ज़रिए KRIBHCO न सिर्फ किसानों से जुड़ रही है, बल्कि उन्हें टिकाऊ खेती के तरीकों, सहकारिता की ताकत और खेती-किसानी में आने वाली समस्याओं के समाधान के बारे में जागरूक भी कर रही है। इन संवादों में किसानों की बात सुनी जाती है और उन्हें बेहतर तकनीक, उर्वरकों की जानकारी और आधुनिक खेती के तरीके समझाए जाते हैं।
KRIBHCO का मानना है कि किसानों की तरक्की से ही देश की तरक्की संभव है। इसलिए वह गांव-गांव जाकर किसानों से मिल रही है, उन्हें प्रोत्साहित कर रही है और खेती को ज्यादा लाभदायक बनाने के रास्ते दिखा रही है।
कृभको की ये कोशिशें न सिर्फ सहकारी आंदोलन को मजबूत बना रही हैं, बल्कि ग्रामीण विकास को भी नई दिशा दे रही हैं।