गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएफ) के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता 2030 तक अपने पद पर बने रहेंगे। जीसीएमएफ की बोर्ड बैठक में उन्हें 2029-30 तक एक्सटेंशन देने का फैसला किया गया। जीसीएमएफ ही अमूल ब्रांड नाम से दूध, दुग्ध उत्पादों और अन्य एफएमसीजी उत्पादों का उत्पादन एवं बिक्री करती है। इसका टर्नओर 80 हजार करोड़ रुपये है।
जयेन मेहता को जनवरी 2023 में जीसीएमएफ का अंतरिम मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। उन्होंने तत्कालीन एमडी आरएस सोढ़ी की जगह ली थी जो 12 साल तक एमडी रहे थे। अब मेहता पूर्णकालिक एमडी के तौर पर काम करेंगे। जीसीएमएफ गुजरात में 36 लाख दूध उत्पादकों का एक कोऑपरेटिव फेडरेशन है जो 18 जिला दुग्ध समितियों के अंतर्गत 18,600 ग्राम दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से काम करता है। यह फेडरेशन रोजाना 3 करोड़ लीटर से अधिक दूध का प्रबंधन करता है।
जयेन मेहता 1991 में अमूल से जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने जीसीएमएफ के ब्रांड मैनेजर, ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर और जनरल मैनेजर के रूप में काम किया। 2018 में उन्हें अमूल डेयरी, आणंद का प्रभारी एमडी बनाया गया। वे जीसीएमएफ के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) भी रहे। वे इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन (IDF) की मार्केटिंग स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य भी हैं। उन्होंने सरदार पटेल विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है और गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। ग्रामीण प्रबंधन संस्थान, आणंद से मैनेजमेंट करने के बाद उन्होंने अमूल ज्वाइन किया था।