गुलाबी नगर जयपुर की फिजाओं में जल्द ही शुद्ध और देसी मसालों की खुशबू घुलने वाली है। 9 मई से 18 मई 2025 तक जवाहर कला केंद्र, दक्षिण परिसर में राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (कॉन्फैड) और सहकारिता विभाग मिलकर कर रहे हैं।
यह मेला सहकारी संस्थाओं द्वारा उत्पादित शुद्ध, गुणवत्तापूर्ण और घरेलू मसालों को जनता तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इसमें पंजाब, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, बिहार, हरियाणा समेत कई राज्यों की सहकारी संस्थाएं भाग लेंगी। मेले में 180 से अधिक प्रकार के मसालों के साथ अचार, पापड़, मुगैंडी, मुरब्बा, शर्बत, ठण्डाई और श्री अन्न जैसे उत्पाद भी उपलब्ध होंगे।
मेले में खास फोकस ‘श्री अन्न’ यानी मोटे अनाजों पर रहेगा, जिसमें सांवा, कांगनी, कोदो और कुटकी जैसे पोषक अनाज शामिल हैं। दक्षिण राजस्थान के डूंगरपुर, बासवाड़ा, जालौर और सिरोही जिलों के किसान इन्हें उगाते हैं और इनका वैश्विक महत्व बढ़ता जा रहा है।
गर्मी से राहत देने के लिए विशेष एयरकूल्ड डोम में स्टॉल्स लगाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि 2024 में आयोजित मेले में 2.25 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। यह आयोजन स्वाद प्रेमियों के साथ-साथ सहकारिता आंदोलन को भी नई ऊंचाई देगा।