पूर्व ओलंपियन और चीफ कोच पीआर श्रीजेश के मार्गदर्शन में तीन बार चैंपियन रही भारत (2013, 2014 व 2022) की जूनियर हॉकी टीम 11 से 18 अक्टूबर तक होने वाले 13वें सुल्तान ऑफ जोहोर कप में फिर खिताब जीतने के संकल्प से उतरेगी। अब तक ब्रिटेन ने सबसे ज्यादा चार बार यह खिताब जीता है। भारतीय टीम (2012, 2015, 2018, 2019) चार बार रजत पदक जीतकर उपविजेता और दो बार कांस्य (2023, 2024) भी जीत चुकी है।
इस जूनियर टूर्नामेंट में भारतीय जूनियर टीम अपने अभियान का आगाज ब्रिटेन के खिलाफ 11 अक्टूबर को करेगी। इसके बाद 12 अक्टूबर को न्यूजीलैंड, 14 अक्टूबर को पाकिस्तान, 15 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया तथा 17 अक्टूबर को मेजबान मलेशिया के खिलाफ खेलेगी।
भारतीय जूनियर टीम के चीफ कोच पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘हम इस टूर्नामेंट में शिरकत करने वाली हर टीम का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारा फोकस अपने ब्रैंड की हॉकी खेलने पर है। हमारे खिलाड़ी इस परंपरा को बनाए रखने के साथ सुल्तान ऑफ जोहोर कप में खिताब जीतने को कृतसंकल्प हैं। सुल्तान ऑफ जोहोर कप हमारे लिए हमेशा से ही खास रहा है, जहां हमारे कई सीनियर खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी है।’
श्रीजेश ने कहा कि यह टूर्नामेंट नौजवान खिलाड़ियों को खुद को दुनिया के धुरंधर खिलाड़ियों के खिलाफ आंकने और यह समझने का मौका देता है कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लगातार बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए रणनीति क्या होनी चाहिए। हमारा फोकस संतुलित टीम तैयार करने पर है, जो स्ट्रक्चर को रचनात्मकता, अनुशासन को आक्रामकता के साथ जोड़ सके। हमारे खिलाड़ियों ने कई हफ्तों से बहुत शिद्दत से तैयारी की है और पूरी टीम मकसद को पाने के लिए प्रतिबद्ध है। सुल्तान ऑफ जोहोर कप हमारे खिलाड़ियों को इस साल आगे होने वाले जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की तैयारी करने का मंच मुहैया कराएगा। इस टूर्नामेंट में मजबूत टीमों का सामना करने से खिलाड़ियों को बेशकीमती अनुभव और शीर्ष स्तर की प्रतिस्पर्धा का वास्तव में अनुभव मिलेगा।