तियानजिन (चीन) में हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में सोमवार को भारत को बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली। शिखर सम्मेलन के संयुक्त घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की एक सुर में निंदा की गई। इस निंदा के साथ ही पाकिस्तान की असलियत अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर हुई, क्योंकि बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग की द्विपक्षीय मुलाकात
इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात साल बाद चीन का दौरा किया और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकात की। इस दौरान शी जिनपिंग ने कहा कि अब समय आ गया है जब “ड्रैगन और हाथी” को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि भारत और चीन न केवल दो प्राचीन सभ्यताएं हैं, बल्कि ग्लोबल साउथ की बड़ी ताकत भी हैं। बेहतर पड़ोसी बनकर दोनों देश एक-दूसरे की शक्ति बन सकते हैं। शी जिनपिंग ने आगे कहा, “पिछले साल कजान में हमारी सफल बैठक के बाद भारत-चीन रिश्तों की नई शुरुआत हुई थी। आज फिर दुनिया बड़े बदलावों की ओर बढ़ रही है और हमें एशिया समेत पूरी दुनिया में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।”
पीएम मोदी ने क्या कहा?
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि भारत और चीन के रिश्तों को 75 साल पूरे हो गए हैं। सीमा विवाद के बाद दोनों देशों ने शांति का रास्ता चुना और समझौते तक पहुंचे। कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो चुकी है और दोनों देशों के बीच सीधी फ्लाइट्स भी शुरू हो गई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस साझेदारी से 2.8 अरब लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।