वित्त वर्ष 2024-25 का आखिरी तिमाही जनवरी-मार्च में देश की इकोनॉमी ग्रोथ 7.4 प्रतिशत रही है। जबकि पूरे वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ने 6.5 प्रतिशत की रफ्तार से दौड़ लगाई है। सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी पूरे वित्त वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत विकास का अनुमान जताया था।
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में विकास दर में तेजी आई है, लेकिन पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर-दिसंबर 2024 में जीडीपी ग्रोथ 6.4 प्रतिशत रही थी, जबकि जनवरी-मार्च 2024 में ग्रोथ रेट 8.4 प्रतिशत थी।
अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि ग्लोबल अनिश्चितता के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की विकास दर तेज बनी रहेगी। चालू वित्त वर्ष में विकास दर 6.3 प्रतिशत और महंगाई दर 3.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया जा रहा है।