भारतीय क्रिकेट के नए ‘पोस्टर ब्वॉय’ शुभमन गिल ने टीम इंडिया की टेस्ट में कप्तानी संभालते ही इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में पांच टेस्ट की क्रिकेट सीरीज दो-दो से ड्रॉ कराने का शानदार आगाज किया। कप्तान शुभमन गिल की निगाहें भारत को अहमदाबाद में मेहमान वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज का पहला टेस्ट एक पारी और 140 रन से जीताकर 1-0 की बढ़त दिलाने के बाद अब यहां अरुण जेटली स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे व आखिरी क्रिकेट टेस्ट और पहली सीरीज 2-0 से जीतकर उसका सूपड़ा साफ करने पर लगी हैं।
भारत के लिए वेस्ट इंडीज से दो टेस्ट जीतना नई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025-27 की नई साइकिल में अपनी स्थिति बेहतर करने का मौका है। फिलहाल डब्ल्यूटीसी में ऑस्ट्रेलिया (तीन टेस्ट, तीन जीत, 36 अंक) शीर्ष पर, श्रीलंका (दो टेस्ट, एक जीत, एक ड्रॉ, 36 अंक) साथ दूसरे और भारत (छह टेस्ट, तीन जीत, दो हार, एक ड्रॉ, 40 अंक, 61.9 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर है। करीब पौने दो दशक तक दुनिया के हर फॉर्मेट में नंबर एक टीम रही वेस्ट इंडीज शिखर से फिसलने के बाद ऐसी पस्त है कि वह अपना वजूद बचाए रखने को जूझ रही है।
विंडीज के कप्तान रॉस्टन चेज और चीफ कोच डैरन सैमी वेस्ट इंडीज टीम की मौजूदा खस्ता हालत के लिए पैसे की कमी और अपनी लचर क्रिकेट व्यवस्था को दोषी ठहराते हैं। दोनों देशों के बीच अब तक कुल 98 टेस्ट मैच खेले गए हैं और इनमें से भारत ने 22 और वेस्ट इंडीज ने 30 जीते हैं, 46 ड्रॉ रहे हैं। हालांकि हाल ही का भारत का वेस्ट इंडीज के खिलाफ रिकॉर्ड बेहतरीन है। भारत पिछले 23 वर्षों से टेस्ट मैचों में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अजेय रहा है। वेस्ट इंडीज ने भारत से आखिरी टेस्ट मैच अब से 23 वर्ष पहले यानी 2002 में किंगस्टन में जीता था।
भारत के वेस्ट इंडीज से सीरीज का पहला टेस्ट जीतने वाली टीम के साथ ही यहां दूसरे टेस्ट में भी उतरने की उम्मीद है। यहां फिरोजशाह कोटला की पिच खेल के आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों के अनुकूल होने की उम्मीद है। भारत को अपने नियमित विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अभी पैर की चोट के पूरी तरह ठीक न होने के कारण उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन ध्रुव जुरैल ने पहले टेस्ट की पहली पारी में शतक जड़कर उनकी कमी कतई नहीं खलने दी।
मेहमान वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारत अपने सीम बॉलिंग ऑलराउंडर नीतिश रेड्डी को खासतौर पर परखने की कोशिश करेगा, हालांकि उन्होंने मौजूदा सीरीज के अहमदाबाद में पहले टेस्ट में मात्र चार ओवर ही फेंके और बल्लेबाजी में उनका नंबर ही नहीं आया। अब यहां दूसरे टेस्ट में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत नीतिश रेड्डी से कितने ओवर फेंकवाता है और उन्हें बल्लेबाजी में किस नंबर पर भेजता है।
वहीं विंडीज टीम की बात करें तो वह दूसरे टेस्ट के लिए अपनी एकादश में एक बदलाव कर बाएं हाथ के स्पिनर जेडी ब्लेड को जॉन लेन की जगह शामिल कर सकती है। वेस्ट इंडीज को रफ्तार के अपने दो सौदागर अल्जारी जोसेफ और शमर जोसेफ चोट के चलते उपलब्ध नहीं हैं। बाएं हाथ के स्पिनर उपकप्तान जोमेल वॉरिकन मेहमान वेस्ट इंडीज टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं और यहां की स्पिनरों के लिए मददगार रहने वाली पिच पर बेहतर गेंदबाजी करने को बेताब होंगे।
दिल्ली की पिच के शुरू के करीब ढाई दिन तक बल्लेबाजी के लिए माकूल रहने और बाद में इस पर स्पिनरों के कमाल दिखाने की उम्मीद की जा सकती है। भारत यहां दिल्ली में नवंबर 1987 में वेस्ट इंडीज से हारने के बाद से कोई टेस्ट नहीं हारा है। भारत ने 1987 के बाद से यहां 12 टेस्ट जीते, 12 ड्रॉ खेले हैं। रवींद्र जडेजा को अपने 4000 टेस्ट रन पूरे करने से मात्र दस रन की जरूरत है। टेस्ट क्रिकेट में अब तक केवल भारत के कपिल देव, इंग्लैंड के इयान बॉथम और न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी को टेस्ट में 300 विकेट चटकाने के साथ 4000 रन बनाने का गौरव हासिल है।
भारतीय क्रिकेट टीम डेढ़ दशक से ज्यादा समय तक टेस्ट, वन डे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डंका बजाने वाले विराट कोहली और रोहित शर्मा सरीखे अपने ही नहीं, दुनिया के दो सबसे बड़े सितारों के टेस्ट तथा टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद यह दूसरी टेस्ट सीरीज खेल रही है। विराट और रोहित के समकालीन रवींद्र जडेजा इन दोनों की तरह टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं और केवल टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और उन्हें फिलहाल वन डे टीम से बाहर ही रखा गया है।
अजित आगरकर की अगुआई वाली भारत की सीनियर क्रिकेट चयन समिति ने रोहित से भारत की वन डे टीम की कप्तानी छीनकर टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को सौंपी और इसके बाद टी-20 में उपकप्तान नियुक्त करने और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वन डे अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज के लिए भी कप्तान नियुक्त कर यह साफ संदेश दे दिया कि वह भारत के भविष्य के तीनों फॉर्मेट के कप्तान हैं।
विराट और रोहित को ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ तीन वन डे अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेलने जाने वाली भारत की टीम में बरकरार रखने के बावजूद साफ संदेश दे दिया कि वे बल्ले से कमाल दिखाने पर ही टीम इंडिया में बने रह सकते हैं, अन्यथा 2027 के आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप में उनकी टीम में जगह मुश्किल है। रोहित से भारत की वन डे टीम की कप्तानी छीने जाने को यह नहीं कहा जा सकता कि भारत ‘स्टार संस्कृति’ से हट रहा है, क्योंकि तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के भविष्य के कप्तान के रूप में शुभमन गिल की ‘ताजपोशी’ उन्हें भारत के सबसे बड़े क्रिकेट स्टार के रूप में स्थापित कर रही है।
वेस्ट इंडीज की पहली पारी के 162 रन के जवाब में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (100), ध्रुव जुरैल (125) और रवींद्र जडेजा (अविजित 104) के पहली पारी में जड़े शतकों से भारत ने अपनी पारी पांच विकेट पर 448 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी, इसके बाद मेहमान टीम की दूसरी पारी 146 रन पर समेटकर बड़ी जीत हासिल की थी।
भारत के लिए पहले टेस्ट में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कुल 71 रन देकर दोनों पारियों में सबसे ज्यादा सात, बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने कुल 48 रन देकर दोनों पारियों में चार विकेट चटकाए थे, जबकि जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में तीन और रवींद्र जडेजा ने दूसरी पारी में चार विकेट चटकाए थे। भारत के वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट जीतने वाली अपनी टीम के साथ शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में भी उतरने की उम्मीद है।
भारत की वेस्ट इंडीज पर अहमदाबाद में पहले टेस्ट में बड़ी जीत में पहली पारी में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल, चोटिल ऋषभ पंत की जगह बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज मौका पाने वाले ध्रुव जुरैल और स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के शतकों की अहम भूमिका रही। वहीं शुभमन गिल ने अहमदाबाद में पहले टेस्ट की पहली पारी में अर्धशतक ही जड़ा, जबकि सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल संभलकर आगाज करने के बाद पहले टेस्ट के आखिरी सत्र में 38 रन बनाकर और साई सुदर्शन मात्र सात रन बनाकर आउट हो गए थे।
भारत को कप्तान शुभमन, यशस्वी और साई सुदर्शन से बड़ी पारियों की आस होगी। साई सुदर्शन पर वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बड़ी पारी खेलकर आगे के टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने का दबाव जरूर होगा।
बेशक अरुण जेटली स्टेडियम के फिरोजशाह कोटला मैदान की पिच के यहां शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में शुरू में बल्लेबाजों के लिए मुफीद रहने और दूसरे दिन के आखिर में गेंद के स्पिन होने की उम्मीद की जा रही है। वेस्ट इंडीज की टीम इससे कुछ राहत महसूस कर सकती है।
वेस्ट इंडीज के तेज नारायण चंद्रपाल व जॉन कैंपबेल की सलामी जोड़ी के साथ शीर्ष क्रम में ब्रेंडन किंग, अहमदाबाद में पहले टेस्ट में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और अनुभवी जसप्रीत बुमराह और मध्यक्रम में एलिक एथानजे (12 व 38 रन), कप्तान रॉस्टन चेज और विकेटकीपर शे होप के साथ बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव की स्पिन के खिलाफ ‘नाचते’ नजर आए थे। वेस्ट इंडीज के लिए पहले टेस्ट में दोनों पारियों में ऑलराउंडर जस्टिन ग्रीव्ज (32 रन व 25) ने सबसे विश्वास के साथ बल्लेबाजी की।
वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने खासतौर पर भारत के बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव से निबटने के क्रम में यहां दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर नेट पर स्थानीय बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ जमकर पसीना बहाया। तेज नारायण चंद्रपाल व कैंपबेल नेट पर बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ भी जूझते नजर आए।
मौजूदा वेस्ट इंडीज के लिए मजबूत भारत को दूसरे टेस्ट मैच में जीत से रोकने की उम्मीद बेहद कम है। वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज यदि ज्यादा जीवट और संकल्प के साथ भारत के खिलाफ बड़ी पारियां खेल पाए तो यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी और मेहमान टीम की कोशिश भी संभवतः यही होगी।
दूसरे टेस्ट का समय: भारत vs वेस्ट इंडीज, सुबह साढ़े नौ बजे (अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली)।