आक्रामक मिडफील्डर सलीमा टेटे की अगुआई वाली भारतीय टीम को हांगझोउ (चीन) में चल रहे महिला हॉकी एशिया कप के फाइनल में चीन से भिड़ने का हक हासिल करने के लिए जापान के खिलाफ शनिवार को अपना मैच ड्रॉ कराना ही काफी होगा। भारतीय महिला हॉकी टीम की कोशिश जापान से अपना आखिरी सुपर 4 मैच जीतकर दूसरी जीत दर्ज कर दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचने की होगी। भारत ने जापान से अपना पूल मैच 2-2 से ड्रॉ खेला था। भारत के लिए सबसे ज्यादा छह गोल दागने वाली नौजवान स्ट्राइकर मुमताज खान और पांच गोल के साथ दूसरे स्थान पर चल रही अनुभवी नवनीत कौर, संगीता कुमारी के साथ आक्रामक सेंटर हाफ ललरेमसियामी और शर्मिला कुमारी को आक्रामक खेल दिखाना होगा।
भारत के चीफ कोच हरेन्द्र सिंह का अपनी टीम को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण है कि आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठ रक्षण है। दरअसल भारत की गोलरक्षक बिच्छू देवी खरीबम को अनुभवी गोलरक्षक सविता का चोट के चलते बाहर होना बुरी तरह अखर रहा है। सविता की गैरमौजूदगी में जिम्मेदारी संभाल रही बिच्छू देवी का खेल उनसे बेहद कमजोर रहा है। बिच्छू देवी ने सुपर 4 में दक्षिण कोरिया और चीन के खिलाफ जिस तरह आसान गोल खाए, उससे उम्मीद है कि जापान के खिलाफ वह बेहतर प्रदर्शन करेंगी।
भारत की रक्षापंक्ति में उदिता, निकी प्रधान और इशिका चौधरी की कोशिश जापान की स्ट्राइकर हिरोका मूरियामा, कप्तान अमीरू शिमादा और चिको फुजीबियाशी को अपनी डी के बाहर ही रोकने की होगी। ऑलराउंडर दीपिका, सुशीला चानू और सविता के चोटिल होकर बाहर होने से भारत के चीफ कोच हरेन्द्र के लिए एशिया कप में संतुलित टीम तैयार करना बड़ी चुनौती रहा है। खासतौर पर उदिता को जापान के खिलाफ स्ट्राइकर को गोल तक पहुंचने से रोकने के लिए मुस्तैदी दिखानी होगी और बेवजह कार्ड लेने से बचना होगा।
भारत ने सुपर 4 में अपना अभियान दक्षिण कोरिया पर 4-2 की जीत से शुरू किया, लेकिन दूसरे मैच में मेजबान चीन से 1-4 से हार गया। भारत सुपर 4 में एक जीत और एक हार के साथ तीन अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि चीन की महिला टीम अपने दोनों मैच जीतकर छह अंक लेकर सबसे पहले फाइनल में पहुंच चुकी है। अब चीन की टीम दक्षिण कोरिया से अपना आखिरी सुपर 4 मैच भी अजेय रहने की कोशिश करेगी। जापान और दक्षिण कोरिया ने अपना सुपर 4 मैच 1-1 से ड्रॉ खेला और अंक बांटे। दक्षिण कोरिया के चीन के खिलाफ अपना आखिरी सुपर 4 मैच जीतने या ड्रॉ कराने की उम्मीद बहुत कम है।
भारत ने दो बार पिछड़ने के बाद पहले ऋतुजा डडासो पिसल के मैदानी गोल और आखिरी मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड से मिली गेंद को नवनीत कौर द्वारा गोल में डालकर जापान के खिलाफ पूल मैच 2-2 से ड्रॉ खेला था। भारत के लिए स्ट्राइकर मुमताज खान ने अब तक सबसे ज्यादा छह गोल दागे हैं, जबकि नवनीत कौर ने पांच गोल किए हैं। मुमताज खान ने मेजबान और टूर्नामेंट की सबसे मजबूत चीन के खिलाफ सुपर 4 में भारत की ओर से दागा गया इकलौता मैदानी गोल किया था। उन्होंने पांच मैदानी गोल और एक गोल पेनल्टी कॉर्नर के रिबाउंड पर दागा है। वहीं, नवनीत कौर ने तीन मैदानी और दो गोल पेनल्टी कॉर्नर के रिबाउंड पर किए हैं।
भारत ने सुपर 4 में दक्षिण कोरिया को 4-2 से हराया, जबकि मेजबान चीन से 1-4 से हार झेली। पूल स्टेज में भारत ने जापान से 2-2 से ड्रॉ खेला था, जबकि सिंगापुर को 12-0 और थाईलैंड को 11-0 से हराया। भारत और जापान ने पूल बी में एक-एक मैच ड्रॉ और दो-दो मैच जीतकर सात-सात अंक जुटाए थे। भारत अपनी बेहतर गोल औसत के कारण जापान से आगे रहकर पूल बी में शीर्ष पर रहा।