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भारत के सामने चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा जीत की राह पर लौटने की चुनौती

आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में भारतीय टीम का शीर्ष क्रम लगातार फ्लॉप रहा है। स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज बड़ी पारियां नहीं खेल पा रहीं, जबकि निचले क्रम की दीप्ति शर्मा, अमनजोत कौर और ऋचा घोष टीम को संभाल रही हैं। भारत को सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराना जरूरी है।

Published: 17:58pm, 11 Oct 2025

धुरंधर ओपनर स्मृति मंधाना का आईसीसी महिला वनडे क्रिकेट विश्व कप शुरू होते ही लय खोना और कप्तान हरमनप्रीत कौर तथा जेमिमा रॉड्रिग्ज सहित शीर्ष क्रम का शुरू के तीन मैचों में लड़खड़ाना मेजबान भारत को बुरी तरह अखर रहा है। यह तो गनीमत रही कि भारत निचले मध्यक्रम में दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर के अर्द्धशतकों से संभलते हुए श्रीलंका और फिर पाकिस्तान के खिलाफ जीतने में सफल रहा।

ऋचा घोष की 77 गेंदों पर 94 रन की तूफानी पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका से सात गेंदों के बाकी रहते पिछला मैच तीन विकेट से हारकर भारत मौजूदा वनडे विश्व कप के अधबीच अधर में लटका नजर आ रहा है। भारत के सामने अब विशाखापट्टनम में रविवार को मौजूदा चैंपियन और वनडे विश्व कप की सबसे कामयाब टीम ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीत की राह पर लौटने की चुनौती है।

भारत को जीत की राह पर लौटना है तो शीर्ष क्रम में उपकप्तान स्मृति मंधाना, कप्तान हरमनप्रीत कौर (कुल 49 रन) और जेमिमा रॉड्रिग्ज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी पारियां खेलकर रंगत दिखानी होगी। भारत मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से पिछले पांच में से मात्र एक मैच चंडीगढ़ में स्मृति मंधाना के शतक से 102 रन से जीत पाया है। स्मृति ने मेहमान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज़ में दो शतक जड़े थे। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के साथ वापसी करनी है तो स्मृति के साथ कप्तान हरमनप्रीत कौर को भी बल्ले से कमाल दिखाना होगा।

इस वनडे विश्व कप में एक दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर टीमों ने शुरू के 25 ओवरों में पांच या छह विकेट गंवाए हैं। भारत के लिए शीर्ष क्रम में हरलीन देयोल ने तीन मैचों में 107 और ओपनर प्रतीका रावल ने 105 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए अनाबेल सदरलैंड ने पांच विकेट, बाएं हाथ की स्पिनर सोफी मोलीनॉक्स और किम गार्थ ने तीन-तीन विकेट लिए हैं। उसकी गेंदबाजी जिस तरह संघर्ष करती नजर आई है, भारत की कोशिश इसका लाभ उठाकर बड़ा स्कोर खड़ा करने की होनी चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ अपना दूसरा मैच बारिश से धुलने के बावजूद तीन में से दो मैच जीतकर पांच अंकों के साथ शीर्ष पर है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में एशले गार्डनर के शतक से न्यूजीलैंड को 89 रन से और तीसरे मैच में लड़खड़ाने के बावजूद बेथ मूनी के शतक से पाकिस्तान को 107 रन से हराया था। वहीं इंग्लैंड अपने शुरू के दो मैच जीत चार अंकों के साथ दूसरे और भारत अपनी बेहतर नेट रन रेट के चलते दक्षिण अफ्रीका की तरह तीन में से दो मैच जीतकर एक हार के साथ तीसरे स्थान पर है।

ऑस्ट्रेलिया के लिए बेथ मूनी (दो मैच, एक शतक, कुल 121 रन) और एशले गार्डनर (दो मैच, एक शतक, 111 रन) ने शुरू के दो मैचों में शतक जड़े हैं, जबकि एलाना किंग ने एक अर्द्धशतक और फॉबी लिचफील्ड ने 55 रन बनाए हैं। कप्तान एलिसा हीली (कुल 39 रन) संघर्ष करती नजर आती हैं। भारत के गेंदबाजों की कोशिश ऑस्ट्रेलिया की इसी कमजोरी को भुनाने की होगी।

भारत की दिक्कत यह है कि उसकी उपकप्तान स्मृति मंधाना, कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज जैसी शीर्ष क्रम की एक भी बल्लेबाज अब तक एक अर्द्धशतक नहीं जड़ पाई हैं। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने की आस बनाए रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ अपने मैच जीतने होंगे। भारत का शीर्ष क्रम उसके शुरू के तीन मैचों में पत्तों की तरह लड़खड़ाया है और निचले क्रम से उसे उबारा है।

मौजूदा वनडे विश्व कप में स्मृति मंधाना ने शुरू के तीन मैचों में 8, 23 और 23 रन सहित कुल 54 रन बनाए हैं, और सबसे ज्यादा वह विशाखापट्टनम में बल्लेबाजी के लिए मुफीद पिच पर ही जूझती नजर आईं। स्मृति ने 2024 से अब तक आठ शतक लगाए हैं। वहीं जेमिमा रॉड्रिग्ज ने तीन मैचों में अपनी सबसे बड़ी 32 रन की पारी पाकिस्तान के खिलाफ खेली। जेमिमा रॉड्रिग्ज शुरू के तीनों मैचों में बाएं हाथ की स्पिनर की ही शिकार बनीं — श्रीलंका के खिलाफ रणवीरा, पाकिस्तान के खिलाफ नशरा संधू और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्लो ट्रायन की गेंदों पर आउट हुईं।

मौजूदा टूर्नामेंट में एक अर्द्धशतक सहित तीन मैचों में कुल 78 रन बनाने और दो अन्य गेंदबाजों के समान सात विकेट चटकाने वाली दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा (छह विकेट) तथा मध्य प्रदेश की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ को गेंद से धमाल करना होगा। साथ ही ऋचा घोष को पिछले दो मैचों की तरह बल्ले से तूफानी पारियां खेलनी होंगी। ऋचा घोष शुरू के तीन मैचों में 94 रन की तेज पारी सहित कुल 131 रन बनाकर तीसरे नंबर पर चल रही हैं। भारत के शीर्ष क्रम के साथ मध्यक्रम में दीप्ति, स्नेह, अमनजोत बल्ले और गेंद दोनों से तथा ऋचा घोष को बल्ले से कमाल करना होगा।

भारत के लिए स्नेह राणा ने तीन मैचों में कुल 81 रन तथा निचले क्रम में एक-एक अर्द्धशतक जड़ने वाली दीप्ति शर्मा (तीन मैच, कुल 82) और अमनजोत कौर (दो मैच, 70) ने बल्ले से जिस तरह उपयोगी योगदान किया, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से उससे ज्यादा योगदान की जरूरत होगी।

बेशक भारत को श्रीलंका के खिलाफ गुवाहाटी और कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ स्पिन की मददगार पिचों पर खेलना पड़ा। भारत की चिंता का सबब यह रहा कि विशाखापट्टनम की बल्लेबाजी के लिए मुफीद मानी जाने वाली पिच पर भी स्मृति, हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज जिस तरह बाएं हाथ की स्पिनरों के खिलाफ जूझती नजर आईं, उसका लाभ मेहमान टीमें पूरी तरह उठाने की कोशिश करेंगी।

भारत ने श्रीलंका के खिलाफ गुवाहाटी में छह विकेट 124 पर गंवा दिए, लेकिन अमनजोत कौर और दीप्ति शर्मा के अर्द्धशतकों से आठ विकेट पर 259 रन बनाए और डकवर्थ-लुइस नियम से मैच 59 रन से जीता। कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने पांच विकेट 159 रन पर खोने के बाद हरलीन देयोल (46) और निचले क्रम में ऋचा घोष के नाबाद 32 रन से 247 रन बनाए। फिर क्रांति गौड़ (3/20) की धारदार गेंदबाजी से पाकिस्तान को 159 रन पर समेटकर मैच 88 रन से जीता।

भारत का शीर्ष क्रम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फिर लड़खड़ाया और छह विकेट 102 रन पर खो दिए, लेकिन ऋचा घोष की 94 रन की पारी से भारत ने 251 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। दक्षिण अफ्रीका की नीदन क्लार्क की मात्र 54 गेंदों में पांच छक्कों और आठ चौकों की मदद से नाबाद 84 रन की तूफानी पारी ने भारत के हाथ से जीत छीन ली।

YuvaSahakar Desk

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