भारत के नौजवान तुरुप के स्ट्राइकर अभिषेक का रिवर्स हिट जमा खुद गोल करने की बजाय साथी स्ट्राइकरों की ओर गेंद बनाने की रणनीति कारगर रही। अनुभवी सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर लौटती गेंद और अभिषेक के बेहतरीन पास पर सुखजीत सिंह, शिलानंद लाकरा के दूसरे क्वॉर्टर के शुरू और विवेक सागर प्रसाद के डी के भीतर मौके ताड़ दागे एक-एक गोल की बदौलत भारत ने पिछड़ने के बाद जोरदार पलटवार करते हुए पूल बी में शीर्ष पर रही मलेशिया को यहां 12वें पुरुष हॉकी एशिया कप के दूसरे सुपर 4 मैच में बृहस्पतिवार को 4-1 से हराकर पहली जीत दर्ज की।
मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया के खिलाफ पहला सुपर 4 मैच दो-दो गोल करने के बाद भारत के लिए शीर्ष दो और फाइनल की होड़ में बने रहने के लिए मलेशिया के खिलाफ जीत जरूरी थी और इसमें वह कामयाब रहा। भारत के दो सुपर 4 मैच में एक ड्रॉ और एक जीत के साथ चार अंक हो गए हैं और वह शीर्ष पर पहुंच गया। दो-दो मैचों के बाद अब तीन टीमों – भारत, मलेशिया और चीन ने दो मैचों में एक-एक मैच जीता है।
भारत की टीम इकलौती टीम है जिसने अपना कोई सुपर 4 मैच हारा नहीं है और उसे अब फाइनल में पहुंचने के लिए चीन के खिलाफ शुक्रवार के आराम के बाद शनिवार को आखिरी मैच ड्रॉ कराना होगा। भारत के स्ट्राइकर सुखजीत सिंह को दूसरे क्वॉर्टर में चोट लगी लेकिन कोच फुल्टन ने कहा कि वह अब ठीक है। मलेशिया के फित्री सारी को पिछले मैच में झड़प के कारण बैन किया गया और वह इस मैच में नहीं खेले।
भारत ने पहले ही मिनट में 0-1 से पिछड़ने के बाद दूसरे क्वॉर्टर में सात मिनट के भीतर मनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह और शिलानंद लाकरा के दूसरे क्वॉर्टर के शुरू सात मिनट के भीतर तीन गोल कर हाफ टाइम तक 3-1 की बढ़त ले शानदार वापसी की। भारत की मध्यपंक्ति में राज कुमार पाल, विवेक सागर प्रसाद, हार्दिक और मनप्रीत द्वारा बढ़ाई गेंद पर अभिषेक ने सीधे रिवर्स हिट से गोल करने के मोह से बचते हुए साथी स्ट्राइकर मनदीप सिंह, शिलानंद लाकरा की ओर बढ़ाकर भारत के लिए गोल करने के मौके बनाए और टीम को पेनल्टी कॉर्नर दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने कुल मिले छह में से पहले पर गोल किया जबकि मलेशिया को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वह इसे गोल में नहीं बदल सके।
नजीब हसन के पास पर शफीक हसन ने मैच के पहले ही मिनट में बाएं से तेज फर्राटा गोल कर मलेशिया को 1-0 से आगे कर दिया। एक गोल से पिछड़ने के बाद भारत के स्ट्राइकर अभिषेक, सुखजीत और मनदीप ने हड़बड़ी में मलेशिया के गोल पर शॉट जमाए और पहला क्वॉर्टर खत्म होने से पहले बराबरी पाने में नाकाम रहे। मलेशिया की टीम एक गोल की बढ़त लेने के बाद पीछे आठ खिलाड़ी अपने किले की चौकसी में नजर आई।
भारत ने दूसरे क्वॉर्टर में अपनी रणनीति बदली और अभिषेक और सुखजीत ने सीधे रिवर्स हिट लेने की बजाय धैर्य से मलेशिया के गोल में घुसने की कोशिश की और यह रणनीति काम आई। अभिषेक ने दूसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर दिलाया और इसे मलेशिया के रशर अमिरूल ने रोका। इसके बाद लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर को गोलरक्षक हफीजुद्दीन ऑथमैन ने रोका लेकिन पांचवें पर हरमनप्रीत के फ्लिक पर गोलरक्षक के पैड से लगकर लौटती गेंद को मनप्रीत ने गोल में डालकर भारत को 17वें मिनट में 1-1 की बराबरी दिला दी। दो मिनट बाद अभिषेक द्वारा बढ़ाई गेंद शिलानंद लाकरा ने संभाली और उनसे मिली गेंद को डी में संभालकर सुखजीत सिंह ने गोता लगाकर गोल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया।
विवेक सागर ने मैच के 24वें मिनट में मलेशियाई खिलाड़ी से गेंद छीनी और फिर गेंद संजय को मिली और उन्होंने लंबा स्कूप हार्दिक के लिए फेंका। इसके बाद गेंद दिलप्रीत ने संभाली और समानांतर पास दिया और इस पर शिलानंद लाकरा ने गोल कर भारत को 3-1 से आगे कर बहुत राहत दिला दी। भारत ने दूसरे हाफ में मिले पांच पेनल्टी कॉर्नर में पांचवें पर बराबरी का गोल दागा जबकि मलेशिया को पहले क्वॉर्टर में एक ही पेनल्टी कॉर्नर मिला।
मलेशिया के अखिमुल्लाह उमर ने तीसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में गेंद लेकर अपनी टीम को मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन इस पर भारत के गोलरक्षक कृष्णबहादुर पाठक ने रोक कर अच्छा बचाव किया। भारत को मैच के 37वें मिनट में छठा पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस पर जुगराज सिंह ने शॉट लगाया लेकिन गेंद गोलरक्षक के पैड से लगकर बाहर आई और वहां मिली गेंद को सुमित ने संभाला और मनप्रीत की ओर बढ़ा दिया। उनसे मिली गेंद को डी में पहुंचे विवेक सागर प्रसाद ने लपककर तेज फ्लिक से गोल में डालकर भारत को 4-1 से आगे कर दिया।