स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह के मैन टू मैन मार्किंग को तोड़ कर दागे दो बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने पांच बार के चैंपियन दक्षिण कोरिया को 12वें पुरुष हॉकी एशिया कप के फाइनल में रविवार को यहां 4-1 से हरा कर चौथी बार खिताब जीत कर सीधे 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई कर लिया। भारत को दूसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में मनदीप सिंह ने पेनल्टी स्ट्रोक दिलाया लेकिन इस पर जब जुगराज सिंह के पुश को दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक दाईहान जांग ने रोक अपनी टीम की वापसी की उम्मीद जगाई, लेकिन फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे दिलप्रीत सिंह के दूसरे और तीसरे क्वॉर्टर के मैदानी गोल ने उसकी उम्मीद तोड़ दी। भारत के लिए अभिषेक और सुखजीत एक बार फिर थोड़ा पीछे खेले और इससे दिलप्रीत सिंह को खुद दो करने के साथ भारत ने दक्षिण कोरिया से सुपर-4 मैच 2-2 से ड्रॉ करने की कसक रविवार की संघर्षपूर्ण जीत के साथ पूरी कर दी।
इससे पहले भारत ने 2003 में क्वालालंपुर में धनराज पिल्लै की कप्तानी में पाकिस्तान को फाइनल में 4-2 से हरा पहली बार, 2007 में प्रबोध तिर्की की कप्तानी में दक्षिण कोरिया को फाइनल में 7-2 से हरा दूसरी बार और 2017 में ढाका में मनप्रीत सिंह की कप्तानी में मलेशिया को फाइनल में 2-1 से हरा कर तीसरी बार एशिया कप खिताब जीता था। भारत के स्ट्राइकर अभिषेक कुल छह गोल कर मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे।
भारत की रविवार फाइनल में जीत में उसके कप्तान हरमनप्रीत सिंह की एरियल पास से दक्षिण कोरिया की रक्षापंक्ति को बिखेरने की रणनीति कारगर रही। हरमनप्रीत के ही एरियल बॉल पर पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने, फिर 28वें में दिलप्रीत सिंह ने बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत को हाफ टाइम तक 2-0 से आगे कर दिया। दिलप्रीत ने लॉन्ग कॉर्नर पर मैच के 45वें मिनट में अपना दूसरा गोल किया जबकि भारत के चौथा व आखिरी गोल अमित रोहिदास ने दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर मैच के 50वें मिनट में दागा। दक्षिण कोरिया के लिए इकलौता गोल डायन सियोन ने पेनल्टी कॉर्नर पर किया।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह मैच के 30वें सेकंड में बाएं से गेंद को लेकर बढ़े वहीं तेजी से डी में घुसे सुखजीत सिंह ने गोता लगाकर जोरदार वॉली लगाई और दक्षिण कोरियाई गोलरक्षक दाईहान जांग को छका गोल कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया। दिलप्रीत के पास पर मनदीप ने गेंद को गोल में डालने की कोशिश की लेकिन दक्षिण कोरियाई के हॉकी खींचने पर भारत को 10वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन इस पर जुगराज सिंह के फ्लिक को दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक जांग ने रोक कर बेकार कर दिया। सुखजीत के पास पर डी के भीतर दो मिनट बाद अभिषेक ने रिवर्स हिट जमाई लेकिन गेंद गोलस्तंभ के पास से बाहर निकल गई।
दक्षिण कोरिया के हईसिउंग ली, मिन सू चियोप, सियों मिन, जोंगसुक बाई ने बहुत मजबूती से अपने किले की चौकसी की। जुगराज सिंह ने चियोलन पार्क को पीछे से टैकल करने पर अंपायर ने उन्हें हरा कार्ड दिखा कर दूसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में दो मिनट के लिए मैदान से बाहर भेजा।
हरमनप्रीत सिंह ने दाएं से लंबा एरियल पास डी के भीतर फेंका और इस पर संजय ने इसे ट्रैप कर दिलप्रीत की ओर बढ़ाया और इस पर उन्होंने चतुराई से गेंद को फ्लिक कर गोल में डाल भारत को 28वें मिनट में 2-0 से आगे कर दिया। अगले ही मिनट संजय रिवर्स हिट पर गोल करने से चूके। राजिंदर की गलत टैकलिंग पर दक्षिण कोरिया को मैच के 40वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, इस पर गेंद नहीं रुकी लेकिन दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी ने फिर गेंद पर कब्जा कर शॉट लगाया लेकिन अमित रोहिदास ने गेंद को अपने गोल से बाहर किया।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने तीसरे क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक एक मिनट पहले मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर पर तेज फ्लिक लगाया। इसे दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक दाईहान ने रोका लेकिन इस पर मिले लॉन्ग कॉर्नर पर राजकुमार ने तेज शॉट लगाया और दिलप्रीत सिंह ने इस पर मैच का अपना दूसरा गोल कर भारत की बढ़त 3-0 कर दी। भारत को मैच के 50वें मिनट में दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर अमित रोहिदास ने जमीनी शॉट जमा गोल कर भारत की बढ़त 4-0 कर उसकी जीत पक्की कर दी। अगले ही मिनट दक्षिण कोरिया को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला, इस पर चियोलन पार्क के शॉट पर लौटती गेंद को डायन सियोन ने गोल में डाल कर स्कोर 1-4 कर दिया।
खुशी है हम हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने में कामयाब रहे : फुल्टन
भारत के फाइनल जीतने के बाद टीम चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, ‘हमारा मकसद एशिया कप जीत कर सीधे 2026 के विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करना था और खुशी है कि हम इसमें कामयाब रहे। हमने फाइनल तक सफर में सात में छह मैच जीते और बस एक दक्षिण कोरिया के खिलाफ मैच ड्रॉ खेला। जहां दक्षिण कोरिया के खिलाफ फाइनल में कुछ संघर्ष करने की बात है तो मैं खुश हूं कि हम चारों क्वॉर्टर में एक-एक गोल प्रभावी ढंग से कर जीत के साथ एशिया कप हॉकी खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहे। अच्छी बात यह है कि हमारे पास हॉकी विश्व कप 2026 की तैयारी के लिए एक बरस का वक्त है। हमने इसके लिए कार्यक्रम बनाया है। हम इसके बाद अजलान शाह कप खेलने जाएंगे। फिर एचआईएल है और ऑस्ट्रेलिया के भी भारत आने का कार्यक्रम है। हमारे लिए तैयारी का अच्छा मौका है।’
द. कोरिया ने फाइनल में हमें कड़ी टक्कर दी : हरमनप्रीत
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘दक्षिण कोरिया ने एशिया कप फाइनल में हमें कड़ी टक्कर दी। अच्छा है कि हमने एशिया कप जीतने के साथ 2026 हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। हमारी टीम की जीत में पूरी टीम का योगदान है। हमने दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपना पहला मैच ड्रॉ खेलने से सबक ले फाइनल के लिए रणनीति बनाई थी और अमली जामा पहनाने में कामयाब रहे। अब हम कुछ आराम के बाद आगे विश्व कप के लिए तैयारी में जुटेंगे। हम इकाई के रूप में बढ़िया खेले और खिताब जीतने में कामयाब रहे।’
वहीं फाइनल में मैन ऑफ द मैच भारत के लिए दो गोल करने वाले दिलप्रीत सिंह ने कहा, ‘हमारी टीम फाइनल में जीत और सिर्फ जीत के मकसद के लिए उतरी। हमारे सभी स्ट्राइकर ने आज खुद गोल करने के मोह से बचते हुए उस साथी स्ट्राइकर के लिए गेंद बढ़ाई जो गोल करने के लिए बढ़िया स्थिति में था। हम इकाई के रूप में बढ़िया खेले और खिताब जीतने में कामयाब रहे। हम इसीलिए फाइनल जीतने में कामयाब रहे। हमारी टीम में सभी को मालूम था कि फाइनल जीतना बेहद अहम है क्योंकि इससे हम हॉकी विश्व कप के लिए सीधे क्वॉलिफाई कर लेंगे और सभी ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी।’
मलेशिया ने चीन को हरा तीसरा स्थान पाया
ड्रैग फ्लिकर सैयद चोलन और स्ट्राइकर अखिमुल्लाह ओनुर के दो-दो गोल की बदौलत मलेशिया ने चीन को 4-1 से हराकर तीसरा स्थान पाया। सैयद चोलन ने आठवें मिनट में मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर तेज फ्लिक किया और इसे चीन के गोलरक्षक कायू वांग ने रोकने की कोशिश की लेकिन लौटती गेंद को वहीं डी में मंडराते नूरशफीक सुमांत्री ने लपक कर गोल में डाल मलेशिया को 1-0 से आगे कर दिया। अखिमुल्लाह ओनुर ने तीसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में फैज जली द्वारा दाएं से दिए तिरछे पास पर गेंद संभाली और तेज शॉट जमा गोल कर मलेशिया को 2-0 की बढ़त दिला दी।
अखिमुल्लाह ओनुर दाएं से गेंद को लेकर डी में घुसे और तेज शॉट जमाया लेकिन गोलरक्षक के पैड से लग कर फित्री को मिली और उनके शॉट पर गोलरक्षक के पैड से टकरा कर लौटती गेंद को चौथे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में अखिमुल्लाह ओनुर ने फिर संभाला और डी से तेज शॉट जमा मैच का अपना दूसरा गोल कर मलेशिया को 3-0 से आगे कर दिया। मैच के 53वें मिनट में मिले छठे पेनल्टी कॉर्नर पर जीशेंग गाओ ने तेज जमीनी फ्लिक से गोल कर स्कोर 1-3 कर दिया। सैयद चोलन ने खेल खत्म होने से दो मिनट पहले तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर तेज फ्लिक से मैच का अपना दूसरा गोल कर मलेशिया को 4-1 से आगे कर दिया और यह मैच का आखिरी गोल साबित हुआ।