भारतीय सहकारी आंदोलन (Cooperative Movement) के इतिहास में मंगलवार का दिन एक युग के अंत के समान था, जब भारतीय किसान उर्वरक सहकारी समिति (IFFCO) के निदेशक मंडल ने इफको सदन, नई दिल्ली में आयोजित अपनी बैठक में अपने प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी (US Awasthi) को विदाई दी। डॉ. अवस्थी (US Awasthi Retire) 31 जुलाई, 2025 को 80 वर्ष की आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्त होंगे। उनकी अंतिम बोर्ड बैठक के दौरान, परंपरा के अनुसार, उनके सम्मान में एक विदाई समारोह आयोजित किया गया।
डॉ. अवस्थी ने बोर्ड को अपने संन्यास के निर्णय की सूचना दी, जिसमें उन्होंने उम्र और अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण अध्याय के पूर्ण होने को कारण बताया। सूत्रों के अनुसार, कई बोर्ड सदस्यों ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया और कार्यकाल विस्तार का प्रस्ताव रखा, किंतु डॉ. अवस्थी के दृढ़ संकल्प के समक्ष बोर्ड ने उनके निर्णय का सम्मान करते हुए उनका इस्तीफा स्वीकार किया। बोर्ड ने उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इफको को वैश्विक सहकारी क्षेत्र में एक शीर्ष संस्था के रूप में स्थापित किया।
इफको के अध्यक्ष श्री दिलीपभाई संघानी ने इस अवसर पर कहा, “यह एक अत्यंत भावुक क्षण था। आज की बोर्ड बैठक डॉ. अवस्थी की प्रबंध निदेशक के रूप में अंतिम बैठक थी। पूरा बोर्ड उनकी असाधारण विरासत की प्रशंसा और सम्मान में खड़ा था।” उन्होंने आगे बताया कि नए प्रबंध निदेशक के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और यह नियुक्ति इफको के वरिष्ठ अधिकारियों में से की जाएगी। श्री संघानी ने कहा, “नए एमडी का नाम 31 जुलाई, 2025 को सुबह 11 बजे घोषित किया जाएगा। हमारे पास अभी पर्याप्त समय है।”
सहकारिता मंत्रालय की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर श्री संघानी ने स्पष्ट किया कि सरकार का इस प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं है। उन्होंने कहा, “इफको में सरकार की कोई हिस्सेदारी नहीं है। प्रबंध निदेशक की नियुक्ति और कार्यमुक्ति का निर्णय पूर्णतः निदेशक मंडल का है, और मंत्रालय इस स्वायत्तता का सम्मान करता है।”
डॉ. अवस्थी ने 1970 के दशक में इफको में अपनी यात्रा शुरू की थी और दशकों तक इसके प्रबंध निदेशक रहे। उनके नेतृत्व में इफको ने न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई। इफको को विश्व की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित उर्वरक सहकारी समितियों में से एक बनाने का श्रेय उन्हें जाता है। उनके कार्यकाल में इफको ने अपने कार्यों का विस्तार किया, विविधता लाई और ग्रामीण विकास तथा किसान सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया। अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) की वैश्विक रैंकिंग में इफको को शीर्ष स्थान दिलाने में उनकी भूमिका अविस्मरणीय रही।
डॉ. अवस्थी की इस असाधारण विरासत को सम्मानित करने के लिए 5 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में एक भव्य विदाई समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में सहकारी क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति, कर्मचारी और हितधारक शामिल होंगे, जो उनके योगदान को याद करेंगे।