हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से एक नई और महत्वाकांक्षी योजना लागू की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन क्षेत्रों में कृषि की संभावनाओं को बढ़ाना है, जहां खारे पानी के कारण परंपरागत खेती घाटे का सौदा साबित होती है। राज्य के कृषि और मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे खारे पानी वाले क्षेत्रों में मछली और झींगा पालन को बढ़ावा दें, ताकि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा सके।
मंत्री ने बताया कि खारा पानी, जिसे अब तक किसान अभिशाप मानते आए हैं, झींगा और मछली पालन के माध्यम से वरदान बन सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को झींगा पालन के लिए प्रेरित करें, क्योंकि खारे पानी में झींगा उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए सरकार द्वारा मछली के बीज से लेकर बिक्री तक की प्रक्रिया में उत्पादकों को सब्सिडी प्रदान की जा रही है। विशेष रूप से, “प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना” के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति (एससी/एसटी) और महिला लाभार्थियों को 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है, जिससे उनके जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
मंत्री राणा ने अधिकारियों को विभागीय बजट का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के लिए वर्ष भर का एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। इससे न केवल मछली पालकों को समय पर सब्सिडी मिल सकेगी, बल्कि परियोजनाएं भी निर्धारित समय में पूरी हो सकेंगी।