केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा देश के पशुपालन (Animal Husbandry) क्षेत्र को सशक्त बनाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कुल 10,070 करोड़ रुपये की राशि विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृत की गई है। यह निवेश विशेष रूप से राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) के अंतर्गत तीन प्रमुख उप-क्षेत्रों राष्ट्रीय गोकुल मिशन (Rashtriya Gokul Mission), डेयरी विकास (Dairy Development) तथा पशु स्वास्थ्य एवं रोग निवारण (Animal Health) को समर्पित किया गया है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए 3,400 करोड़ रुपये का आवंटन
देशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण और सुधार हेतु संचालित राष्ट्रीय गोकुल मिशन को 3,400 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई है। इस मिशन के माध्यम से उन्नत नस्ल के पशुओं का विकास, कृत्रिम गर्भाधान, और व्यापक पशु स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी। यह मिशन न केवल दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करेगा बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि का माध्यम बनेगा।
डेयरी विकास को 2,790 करोड़ रुपये
देश में दूध उत्पादन, संग्रहण और प्रसंस्करण को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने डेयरी विकास योजना के लिए 2,790 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस योजना के तहत डेयरी किसानों को उन्नत नस्ल के पशु, टीकाकरण, तकनीकी सहायता एवं बाजार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
पशु स्वास्थ्य एवं रोग निवारण हेतु 3,880 करोड़ रुपये
पशुओं के स्वास्थ्य को संरक्षित रखने और रोगों की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने 3,880 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की है। इस योजना के तहत टीकाकरण, नियमित स्वास्थ्य जांच, उपचार और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। इससे पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि होगी और देश की पशुधन सुरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ किया जा सकेगा।