कप्तान शुभमन गिल के मौजूदा टेस्ट सीरीज के चौथे शतक, वाशिंगटन सुंदर व रवींद्र जडेजा के अविजित शतकों और पांचवें विकेट की 203 रन की अटूट भागीदारी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी की 311 रन की बढ़त को खत्म कर दूसरी पारी में 143 ओवर में चार विकेट पर 425 रन बना कर पांच टेस्ट की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का ओल्ड ट्रेफर्ड, मैनचेस्टर में चौथा क्रिकेट टेस्ट पांचवें और अंतिम दिन रविवार को ड्रॉ समाप्त कराया। भारत के लिए यह टेस्ट ड्रॉ कराना किसी जीत से कम नहीं रहा क्योंकि ज़्यादातर क्रिकेट दिग्गज और खुद इंग्लैंड इसे अपनी पक्की जीत मान चुके थे। जडेजा और सुंदर ने मौजूदा टेस्ट सीरीज का अपना-अपना पहला शतक जड़ा।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पहली पारी में पांच विकेट सहित टेस्ट में कुल छह विकेट लेने के साथ 141 रन की पारी खेलकर ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे।
भारत की पहली पारी के 358 रन के जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था, जिससे उसे 311 रन की विशाल बढ़त मिली। भारत के कप्तान शुभमन गिल (103 रन, 238 गेंद, 12 चौके) और केएल राहुल (90 रन, 230 गेंद, 8 चौके) ने तीसरे विकेट के लिए 188 रन की साझेदारी कर भारत की चौथा टेस्ट ड्रॉ कराने की उम्मीदें जिंदा रखी।
शुभमन गिल जब चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट होकर लौटे तब एक बार फिर भारत पर हार का खतरा मंडराने लगा था। भारत ने जब दूसरे सत्र की शुरुआत की, तब वह इंग्लैंड से 88 रन पीछे था और उसके छह विकेट शेष थे।
भारत ने दूसरी पारी में 100 ओवर में चार विकेट पर 267 रन बनाए और लंच के बाद पहले ड्रिंक ब्रेक तक स्कोर चार विकेट पर 278 रन था, तब वाशिंगटन सुंदर 103 गेंदों में 39 और रवींद्र जडेजा 53 गेंदों में दो चौकों की मदद से 32 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।
रवींद्र जडेजा 185 गेंद खेल कर एक छक्के और 13 चौकों की मदद से 107 रन बनाकर नाबाद लौटे जबकि वाशिंगटन सुंदर ने 206 गेंद खेल कर एक छक्के व नौ चौकों की मदद से 101 रन की नाबाद पारी खेली। यह एक रोचक संयोग रहा कि जडेजा ने अपना शतक हैरी ब्रुक की गेंद पर छक्का लगाकर पूरा किया और अगले ओवर में सुंदर ने भी उन्हीं की गेंद पर चौका जड़ अपना शतक पूरा किया। दोनों ने अपने-अपने अर्द्धशतक जोफ्रा आर्चर के एक ही ओवर में पूरे किए।
भारत के लिए लंच से पहले शुभमन गिल का विकेट गिरना बड़ा झटका साबित हुआ। यदि वे क्रीज पर डटे रहते तो भारत के लिए मैच ड्रॉ कराना और भी सहज हो सकता था। केएल राहुल जिस गेंद पर आउट हुए वह वाकई स्टोक्स की शानदार डिलीवरी थी, लेकिन शुभमन गिल ने जिस गेंद पर आउट होने का विकल्प चुना, उससे वह बच सकते थे। गिल ने जोफ्रा आर्चर की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को कट करने की कोशिश की और विकेटकीपर जैमी स्मिथ को कैच थमा बैठे। तब भारत का स्कोर था 222 रन।
शुभमन गिल (79 रन) ने बेन स्टोक्स के दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद को ड्राइव करने का प्रयास किया और गेंद शॉर्ट कवर पर खड़े ऑली पॉप की उंगलियों को छूती हुई निकल गई। उस समय भारत का स्कोर था दो विकेट पर 179 रन। इसके बाद केएल राहुल 71वें ओवर में स्टोक्स की तेज़ी से अंदर आती गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए और तीसरे विकेट की 188 रन की साझेदारी टूटी।
स्टोक्स के पारी के 73वें ओवर की पहली गेंद खतरनाक रूप से उछली, जो पहले गिल के दाएं अंगूठे और फिर हेलमेट पर लगी। फिजियो मैदान पर आए और हेलमेट व अंगूठे का मुआयना किया गया। भारत का स्कोर तब तीन विकेट पर 190 रन था।
इंग्लैंड ने 80 ओवर पूरे होने के बाद दूसरी नई गेंद ली और क्रिस वॉक्स ने गेंदबाजी का आगाज मेडन ओवर के साथ किया। दूसरे छोर से स्पिनर लियाम डॉसन की जगह जोफ्रा आर्चर ने गेंदबाजी शुरू की और शुभमन गिल ने पहली ही गेंद पर पुल कर चौका जड़ते हुए स्कोर 202 रन पर पहुंचा दिया।
गिल ने क्रिस वॉक्स के दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर पॉइंट की दिशा में रन लेकर 228 गेंद में 14 चौकों की मदद से मौजूदा टेस्ट सीरीज का चौथा शतक पूरा किया। जब वह बल्लेबाजी करने उतरे तो भारत दो विकेट खोकर बिना कोई रन बनाए खेल रहा था और इंग्लैंड से 311 रन पीछे था।
वाशिंगटन सुंदर ने 112वें ओवर में बेन स्टोक्स के 11वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का और दूसरी पर चौका लगाकर 117 गेंद में एक छक्के और दो चौकों की मदद से मौजूदा सीरीज का अपना पहला शतक पूरा किया। रवींद्र जडेजा ने इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर 86 गेंद में पांच चौकों की मदद से लगातार पांचवां अर्द्धशतक पूरा किया और इंग्लैंड की पहली पारी की 311 रन की बढ़त को खत्म कर भारत को दो रन की मामूली बढ़त दिला दी।
अब तक टेस्ट इतिहास में गैरी सोबर्स (1820 रन, 62 विकेट), ऑस्ट्रेलिया के विल्फ्रेड रोडस (1032 रन, 42 विकेट) के बाद रवींद्र जडेजा (1021 रन, 34 विकेट) ऐसे तीसरे ऑलराउंडर बने हैं जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इतने रन और विकेट अपने नाम किए हैं।
इस मौजूदा टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड में चार भारतीय बल्लेबाजों – सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर और विराट कोहली – ने एक हजार या उससे अधिक रन बनाए थे। अब इस फेहरिस्त में केएल राहुल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के नाम जुड़ने से यह संख्या सात हो गई है।
भारत ने लीड्स में पहला टेस्ट पांच विकेट से गंवाया था, लेकिन नॉटिंघम में 336 रन से बड़ी जीत के साथ सीरीज बराबर की थी। इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में तीसरा टेस्ट बेहद संघर्ष में 22 रन से जीतकर 2-1 की बढ़त बनाई थी। ओल्ड ट्रेफर्ड में भारत ने चौथा टेस्ट ड्रॉ करा कर सीरीज को 2-2 की बराबरी पर लाकर निर्णायक पांचवें टेस्ट की उम्मीदें बरकरार रखी हैं।
शुभमन गिल एक टेस्ट सीरीज में चार शतक लगाने वाले दुनिया के तीसरे कप्तान बन गए हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन (1947-48, भारत के खिलाफ) और भारत के सुनील गावस्कर (1971 बनाम वेस्ट इंडीज और 1978-79 में) यह कारनामा कर चुके हैं। विराट कोहली ने भी 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा किया था और अब 2025 में शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ यह कीर्तिमान रचा है।