दिल्ली दुग्ध योजना (DMS) ने डेयरी क्षेत्र में अपनी स्थिति को और सुदृढ़ करते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नई दिल्ली के पूसा स्थित एनएएससी कॉम्प्लेक्स में आयोजित एक विशेष समारोह में डीएमएस ने नए डेयरी उत्पादों का डिजिटल शुभारंभ और 22 बूथ आवंटन पत्रों का वितरण किया। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग (डीएएचडी) की सचिव अलका उपाध्याय सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
DMS की इस पहल का उद्देश्य डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ाना, उपभोक्ताओं का विश्वास मजबूत करना, पशुपालकों को सशक्त करना और ग्रामीण-शहरी डेयरी संपर्क को प्रगाढ़ करना है। कार्यक्रम में गाय के दूध और सह-ब्रांडेड डेयरी उत्पादों का डिजिटल अनावरण किया गया, जो डीएमएस और हरियाणा डेयरी विकास सहकारी संघ लिमिटेड (वीटा) के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
इसके साथ ही, चयनित आवेदकों को 22 नए बूथ आवंटन पत्र सौंपे गए, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा और डेयरी आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी। यह कदम भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
अलका उपाध्याय ने अपने मुख्य भाषण में डीएमएस के प्रयासों की सराहना की और डेयरी प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए समावेशी अवसरों और बेहतर उत्पाद पेशकश पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल डेयरी क्षेत्र में मूल्य श्रृंखला के हितधारकों के लिए नए अवसर खोलेगी। डीएएचडी की अपर सचिव वर्षा जोशी ने दिल्ली-एनसीआर में डीएमएस ब्रांड की लोकप्रियता और इसके नए उत्पादों की बाजार में प्रविष्टि की सराहना की। उन्होंने डीएमएस की प्रगति को राष्ट्रीय डेयरी विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
इस समारोह में डीएएचडी के अपर सचिव राम शंकर सिन्हा, सलाहकार जगत हजारिका, हरियाणा डेयरी विकास सहकारी संघ के अध्यक्ष राम अवतार गर्ग, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, डेयरी क्षेत्र के हितधारक और बूथ आवंटन योजना के लाभार्थी उपस्थित रहे।