जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है । लगातार हो रही बारिश के बीच रामबन में अचानक बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक महिला भी शामिल है। इस हादसे के बाद क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थितियां बन गईं, जिससे कई इलाके प्रभावित हुए हैं।
पुलिस और सुरक्षाबलों की तत्परता से करीब 100 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। बताया जा रहा है कि बादल फटने की वजह से पहाड़ से भारी मलबा गांव की ओर आ गया, जिससे कई मकान इसकी चपेट में आ गए। धर्मकुंड गांव, जो चेनाब नदी के पास स्थित है, भूस्खलन की सबसे बड़ी मार झेल रहा है। रामबन में भारी बारिश और भूस्खलन से 200 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
नेशनल हाईवे-44 (NH-44) पर भी यातायात पूरी तरह बाधित रहा और कई लोग फंसे रह गए। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है, और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 20 अप्रैल की सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर में औसत से लगभग छह गुना अधिक 16.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी भी जारी की है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रामबन जिला प्रशासन ने 21 अप्रैल 2025 को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज एवं तकनीकी संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है।